Parenting Tips: आपका बच्चा भी खूब खा रहा मिट्टी, तो छुड़ाने के लिए अपनाएं ये आसान टिप्स

बच्चों में मिट्टी खाने की आदत आमतौर पर पोषण की कमी या पेट में कीड़ों की वजह से होती है। यह आदत समय रहते सुधारी जाए, तो गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से बचा जा सकता है। संतुलित आहार, घरेलू उपाय, और डॉक्टर की सलाह से इस समस्या का समाधान किया जा सकता है।

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By Nutan Bhatt

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bache mitti kyu khate hai

Parenting Tips: छोटे बच्चों में कई बार मिट्टी, दीवार की प्लास्टर, चूना, कागज, साबुन, चॉक, बालू, या अन्य असामान्य चीजें खाने की आदत देखने को मिलती है। यह आदत आमतौर पर 1-6 साल के बच्चों में देखी जाती है। कई माता-पिता इसे सामान्य समझकर अनदेखा कर देते हैं, लेकिन यह गंभीर समस्या का संकेत भी हो सकती है। जब बच्चा बार-बार मिट्टी या अन्य अस्वाभाविक चीजें खाने लगे और इसे रोकना मुश्किल हो जाए, तो इसे पिका डिसऑर्डर (Pica Disorder) कहा जाता है।

यदि आपका बच्चा मिट्टी या अन्य असामान्य चीजें खा रहा है, तो इसे अनदेखा न करें। इसकी सही वजह को समझना और इस आदत को छुड़ाने के लिए सही उपाय अपनाना बहुत जरूरी है। इस लेख में हम ये बताएँगे कि बच्चे मिट्टी क्यों खाते हैं? बच्चों में मिट्टी खाने की आदत के कारण, नुकसान, और इससे छुटकारा पाने के लिए घरेलू उपायों (chote bache mitti kyu khate hai) पर चर्चा करेंगे।

बच्चों में मिट्टी खाने के कारण

बच्चों में मिट्टी खाने की आदत के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें पोषण की कमी से लेकर मनोवैज्ञानिक कारण भी शामिल हो सकते हैं।

1. पोषण की कमी (Nutritional Deficiency)

  • आयरन की कमी (Iron Deficiency Anemia): जब शरीर में आयरन की कमी होती है, तो बच्चों में मिट्टी खाने की प्रवृत्ति बढ़ जाती है।
  • जिंक (Zinc) की कमी: जिंक की कमी से स्वाद में बदलाव आता है, जिससे बच्चे मिट्टी जैसी चीजें खाने लगते हैं।
  • कैल्शियम की कमी: शरीर में कैल्शियम की कमी होने पर बच्चे दीवार की प्लास्टर, चूना या ईंटें चबाने लगते हैं।

2. पेट में कीड़े (Worm Infection)

अगर बच्चे के पेट में कीड़े होते हैं, तो उसे मिट्टी खाने की आदत लग सकती है। इससे उनका पाचन तंत्र प्रभावित होता है और वे हमेशा कुछ चबाने की कोशिश करते हैं।

3. मानसिक और व्यवहारिक कारण

  • जिज्ञासा (Curiosity): छोटे बच्चे कई बार चीजों का स्वाद चखने के लिए मिट्टी या अन्य चीजें खाते हैं।
  • भावनात्मक अस्थिरता (Emotional Distress): तनाव, चिंता या ध्यान आकर्षित करने की कोशिश में भी बच्चे मिट्टी खाना शुरू कर सकते हैं।

4. आदत या परिवारिक प्रभाव

अगर किसी अन्य बच्चे या परिवार के सदस्य में भी ऐसी आदत है, तो बच्चे इसे देखकर सीख सकते हैं।

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बच्चों में मिट्टी खाने की आदत छुड़ाने के उपाय

अगर आपका बच्चा मिट्टी खाने की आदत विकसित कर चुका है, तो इस समस्या को हल्के में न लें। निम्नलिखित आयुर्वेदिक और घरेलू उपायों को अपनाकर इस आदत को छुड़ाने में मदद की जा सकती है।

1. केला खिलाएं (Banana for Pica Disorder)

केला पोषक तत्वों से भरपूर होता है और इसे खाने से बच्चों में पोषण की कमी पूरी होती है।

  • कैसे खिलाएं: केले को दूध और शहद के साथ मसलकर बच्चे को दें।
  • यह बच्चे की क्रेविंग (Craving) को कम करता है और उसे लंबे समय तक भरा हुआ महसूस कराता है।

2. लौंग का पानी (Clove Water)

लौंग में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण होते हैं, जो पेट में कीड़े को खत्म करने में मदद करते हैं।

  • कैसे दें: रोज़ाना सुबह एक कप गर्म पानी में दो लौंग उबालें और ठंडा होने पर बच्चे को दें।
  • स्वाद सुधारने के लिए इसमें शहद मिला सकते हैं।

3. अजवाइन का पानी (Ajwain Water)

अजवाइन कैल्शियम और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर होती है, जो मिट्टी खाने की प्रवृत्ति को कम करने में मदद करती है।

  • कैसे दें:
    • रात में 1 चम्मच अजवाइन को पानी में भिगो दें और सुबह इसे छानकर बच्चे को दें।
    • यह पेट की समस्याओं को ठीक करता है और बच्चे को मिट्टी खाने से रोकता है।

4. गुड़ और सौंफ खिलाएं (Jaggery and Fennel Seeds)

  • गुड़ आयरन का अच्छा स्रोत है और यह शरीर में आयरन की कमी को पूरा करता है।
  • सौंफ पाचन में मदद करती है और बच्चों की क्रेविंग को नियंत्रित करती है।
  • कैसे दें: गुड़ और सौंफ को मिलाकर बच्चे को दिन में एक बार दें।

5. संतुलित आहार दें

बच्चों के आहार में आयरन, कैल्शियम और जिंक युक्त खाद्य पदार्थ शामिल करें।

  • आयरन: पालक, चुकंदर, गुड़, हरी सब्जियां
  • जिंक: नट्स, बीज, अनाज
  • कैल्शियम: दूध, दही, पनीर

डॉक्टर से कब संपर्क करें?

यदि उपरोक्त उपाय अपनाने के बाद भी बच्चा लगातार मिट्टी या अन्य असामान्य चीजें खा रहा है, तो डॉक्टर से सलाह लेना बहुत जरूरी है। निम्नलिखित संकेत मिलने पर डॉक्टर से मिलें:

  • बच्चा बार-बार मिट्टी खाने की कोशिश कर रहा है।
  • बच्चे की भूख कम हो गई है।
  • उसे पेट में दर्द, उल्टी, या दस्त हो रहे हैं।
  • बच्चा सुस्त रहता है और उसकी त्वचा पीली दिखती है (आयरन की कमी का संकेत)

FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

1. मिट्टी खाने से बच्चे को क्या नुकसान हो सकता है?

मिट्टी खाने से बच्चे को पेट में संक्रमण, पोषण की कमी, एनीमिया, और पाचन समस्याएं हो सकती हैं।

2. मिट्टी खाने की आदत को कैसे छुड़ाएं?

बच्चों को केला, लौंग का पानी, अजवाइन का पानी और संतुलित आहार दें। साथ ही, उनकी भावनात्मक जरूरतों का भी ध्यान रखें।

3. क्या मिट्टी खाने की आदत अपने आप ठीक हो जाती है?

यदि यह आदत मामूली है, तो बच्चे के बढ़ने के साथ यह ठीक हो सकती है। लेकिन यदि यह आदत ज्यादा बनी रहती है, तो डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक है।

मिट्टी खाने की आदत कई बार पोषण की कमी या अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत हो सकती है। इसे नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है क्योंकि यह बच्चों के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है। अगर आपका बच्चा मिट्टी खाता है, तो पहले उसकी डाइट में आवश्यक पोषक तत्वों को शामिल करें और घरेलू उपाय अपनाएं। यदि समस्या बनी रहती है, तो डॉक्टर से परामर्श लें।

Author
Nutan Bhatt
मैं नूतन भट्ट हूँ, शिवांग की माँ और mumbabysparsh.com की संस्थापक। एक नई माँ के रूप में, मैंने अपनी मातृत्व यात्रा के दौरान सीखे गए सबक और अनुभवों को साझा करने का फैसला किया। मेरा लक्ष्य है अन्य नई माओं को प्रेरित करना और उनकी मदद करना, ताकि वे इस चुनौतीपूर्ण और खुशियों भरी यात्रा में आत्मविश्वास से आगे बढ़ सकें। मेरे लेख बच्चों की देखभाल, स्वास्थ्य, और मातृत्व के सुखद अनुभवों पर केंद्रित हैं, सभी को हिंदी में सरल और सुगम भाषा में प्रस्तुत किया गया है। मैं आशा करती हूँ कि मेरे विचार और सुझाव आपकी मातृत्व यात्रा को और अधिक खुशहाल और सुगम बनाने में मदद करेंगे।

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