15 sal se pehle bacho ko sikha de ye baate
Baby Health

पेरेंट्स को 15 साल से पहले बच्चे को सीखा देनी चाहिए ये 5 बातें, जीवन में तभी मिलेगी सफलता

Life Lessons Your Child Should Know By Age 15 माता-पिता को 15 साल से पहले अपने बच्चों को आत्मविश्वास, समय प्रबंधन, सकारात्मक सोच, संचार कौशल और समाजिक जिम्मेदारी जैसी 5 महत्वपूर्ण बातें सिखानी चाहिए।

Baby Care

bacho ko chammach se khana khilane ke fayde or nuksan

Benefits and side effect of spoon feeding :अगर आप भी बच्चों को चम्मच से इस तरह खिला रहे हैं घर में खाना? तो हो सकती है ये गंभीर बीमारी

बच्चे की देखभाल में स्वच्छता और सावधानी बरतना अत्यंत महत्वपूर्ण है। माता-पिता को अपने बच्चों के खाने और स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देना चाहिए ताकि वे स्वस्थ और सुरक्षित रह सकें। इस प्रकार, थोड़ी सी सतर्कता और सही आदतों को अपनाकर, हम अपने बच्चों को एक स्वस्थ जीवन दे सकते हैं।​

dudh peene ke baad bache ulti kyu karte hai

दूध पीने के बाद बच्चे का उल्टी करना: क्या आपका बच्चा भी दूध पीते उल्टी करता है जाने कारण

दूध पीने के बाद बच्चों में उल्टी होना एक सामान्य समस्या है। इसका मुख्य कारण उनके डायजेस्टिव सिस्टम का विकसित ना होना है। जिससे वे कभी-कभी दूध को ठीक से पचा नहीं पाते हैं और उल्टी कर देते है

बच्चों को बोतल से दूध पिलाने से हो सकते हैं ये 5 नुकसान, जानें जरूरी सावधानियां

बच्चों की सेहत के साथ किसी भी तरह का समझौता नहीं किया जाना चाहिए। यदि बोतल से दूध पिलाने के दौरान कोई समस्या दिखाई दे, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें।

sardiyo me kitni bar bacho ke diaper change karne chahiye

सर्दियों में बच्चों के डायपर को कितनी बार बदलना चाहिए, कहीं आप तो नहीं कर रहे ये गलती

Diaper in winter: सर्दियों में ठंड के कारण माता-पिता अक्सर बच्चों के डायपर बदलने में देरी कर देते हैं, लेकिन यह गंभीर त्वचा समस्याओं का कारण बन सकता है। सर्दियों में भी डायपर को हर 3-4 घंटे में बदलना चाहिए, चाहे वह गीला न लगे।

Har baccha apne parents se sunna chahta hai ye jaruri baate

घर आने के बाद हर बच्चा अपने माता-पिता से सुनना चाहता है ये बातें

विशेषज्ञों का मानना है कि बच्चों से घर लौटने पर सकारात्मक संवाद करना, उनकी भावनाओं को समझना और सहानुभूति दिखाना उनके आत्मविश्वास और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ाता है। सक्रिय श्रोता बनकर उनकी उपलब्धियों और चिंताओं को साझा करें।

Pregnancy Care

Pregnancy me haath aur paer me khujli kyu hoti hai

प्रेगनेंसी में हाथ, पैर में खुजली होना | Why does it itch during pregnancy?

गर्भावस्था के दौरान हाथ और पैरों में खुजली सामान्य है, लेकिन कभी-कभी यह गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है। इस लेख में हम आपको खुजली के कारण, उसके समाधान और जरूरी मेडिकल सलाह के बारे में जानकारी देंगे।

pregnancy mai bleeding ya spotting hona

प्रेगनेंसी के समय ब्लीडिंग या स्पॉटिंग होना ? जानें कारण, करें ये उपाय नहीं तो हो सकता है मिसकैरेज

प्रेगनेंसी के समय योनि से थोड़ा सा खून निकलना सामान्य लग सकता है लेकिन यह कई बार सामान्य भी नहीं होता साथ ही अगर आपको ज्यादा ब्लीडिंग होती है तो इसके कई कारण हो सकते है

garbhwati mahila k subah khali paet kya nahi khana chahiye

गर्भवती महिला को सुबह क्या नहीं खाना चाहिए?

गर्भावस्था के दौरान सुबह के समय कच्चा मांस, अधपके अंडे, अधिक कैफीन, प्रोसेस्ड फूड, और मसालेदार भोजन से बचना चाहिए। ये खाद्य पदार्थ संक्रमण, पेट में जलन और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकते हैं। स्वस्थ और संतुलित आहार माँ और शिशु के लिए महत्वपूर्ण है।

pregnancy ke lakshan

Pregnancy ke lakshan kese jaane: नहीं आये पीरियड्स? इस तरह से पता लगाएं कि आप प्रेग्नेंट है या नहीं, जाने प्रेगनेंसी के ये 10 लक्षण

पीरियड्स का मिस हो जाना आपकी प्रेगनेंसी की और संकेत करता है या नहीं ? इसका पता आप इन सभी लक्षणों के जरिये लगा सकते है। अगर आप मैं भी है ये लक्षण तो आप जल्द ही सबको ख़ुशख़बरी दे सकती है।

maa banne ki sahi umar kya hai

Right Age To Plan Baby: मां बनने की सही उम्र क्या है? जानें गाइनकोलॉजिस्ट का जवाब और इसके पीछे का कारण

इस लेख में कंसीव करने की सही उम्र पर चर्चा की गई है। 28 से 35 साल के बीच गर्भधारण शारीरिक और मानसिक रूप से सुरक्षित माना जाता है, लेकिन 35 साल के बाद स्वास्थ्य जोखिम बढ़ सकते हैं।

Pregnancy ke pehle mahine me kaise sona chahiye

प्रेगनेंसी के पहले महीने में कैसे सोना चाहिए? ये पोजीशन से बच्चा रहेगा गर्भ में स्वस्थ

प्रेगनेंसी के पहले महीने में सोने के लिए विशेषज्ञ पीठ के बल सोने की सलाह देते हैं, लेकिन जैसे-जैसे गर्भ बढ़ता है, बाईं करवट सोना सबसे सुरक्षित माना जाता है। यह शिशु के बेहतर विकास और मां के आराम के लिए जरूरी है।

मेरे बारे में

मैं नूतन भट्ट हूँ, शिवांग की माँ और mumbabysparsh.com की संस्थापक। एक नई माँ के रूप में, मैंने अपनी मातृत्व यात्रा के दौरान सीखे गए सबक और अनुभवों को साझा करने का फैसला किया।

मेरा लक्ष्य है अन्य नई माओं को प्रेरित करना और उनकी मदद करना, ताकि वे इस चुनौतीपूर्ण और खुशियों भरी यात्रा में आत्मविश्वास से आगे बढ़ सकें।

मेरे लेख बच्चों की देखभाल, स्वास्थ्य, और मातृत्व के सुखद अनुभवों पर केंद्रित हैं, सभी को हिंदी में सरल और सुगम भाषा में प्रस्तुत किया गया है। मैं आशा करती हूँ कि मेरे विचार और सुझाव आपकी मातृत्व यात्रा को और अधिक खुशहाल और सुगम बनाने में मदद करेंगे।

जब आप गर्भावस्था और मातृत्व की यात्रा पर निकलते हैं, तो आपको एक ऐसे साथी की आवश्यकता होती है जो न केवल जानकारी दे, बल्कि आपको समझे भी। mumbabysparh.com पर हम आपको उसी सहानुभूति और समर्थन के साथ प्रदान करते हैं जिसकी आपको सबसे ज्यादा जरूरत होती है।

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हमारा उद्देश्य है कि ममबेबीस्पर्श आपके लिए एक ऐसा स्थान बने, जहाँ आप न केवल जरूरी जानकारी प्राप्त कर सकें, बल्कि एक सहायक समुदाय का हिस्सा भी बन सकें। हम आपके साथ इस खूबसूरत यात्रा में साथ चलने के लिए तत्पर हैं।

शिशु के पालन-पोषण के चरण

नीचे दिए गए विकल्पों में से अपने वर्तमान चरण का चयन करें

गर्भावस्था की यात्रा (Pregnancy Journey)

इस खंड में, हम गर्भावस्था के प्रत्येक चरण को विस्तार से देखेंगे – प्रारंभिक लक्षणों से लेकर प्रसव पूर्व देखभाल तक। सप्ताह-दर-सप्ताह गाइड, पोषण सलाह, और स्वास्थ्य टिप्स के साथ, यह खंड आपको एक स्वस्थ और खुशहाल गर्भावस्था सुनिश्चित करने में मदद करेगा।

शिशु की देखभाल
(Baby Care)

नवजात शिशु की देखभाल से जुड़ी हर जानकारी यहाँ मिलेगी। चाहे वो स्तनपान के टिप्स हों, नींद के पैटर्न, या रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के उपाय, हम आपके छोटे से चमत्कार की सही देखभाल के लिए सम्पूर्ण मार्गदर्शन प्रदान करेंगे।

पालन-पोषण और विकास (Parenting & Development)

इस श्रेणी में, हम बच्चे के विकास और पालन-पोषण के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करेंगे। व्यवहारिक सलाह, शिक्षण तकनीकें, और बच्चे के सामाजिक, भावनात्मक विकास को समर्थन देने वाले उपाय इस खंड का हिस्सा होंगे।

स्वास्थ्य और पोषण (Health & Nutrition)

माँ और शिशु दोनों के लिए स्वास्थ्य और पोषण से जुड़ी आवश्यक जानकारी। इसमें गर्भावस्था के दौरान और बाद में स्वस्थ रहने के लिए आहार संबंधी टिप्स, सुपरफूड्स, और शारीरिक व्यायाम शामिल हैं।

मातृत्व की चुनौतियाँ (Maternity Challenges)

स्तनपान की चुनौतियों और सफलता की कहानियों पर केंद्रित, यह श्रेणी माताओं को स्तनपान के दौरान समर्थन और मार्गदर्शन प्रदान करती है। यहाँ स्तनपान की तकनीकों, दूध बढ़ाने के उपायों, और सामान्य समस्याओं के समाधान पर चर्चा की गई है।

माता-पिता की भलाई
(parents Health)

इस आखिरी श्रेणी में, हम माता-पिता की मानसिक और शारीरिक भलाई पर जोर देते हैं। यहाँ आपको स्ट्रेस मैनेजमेंट, सेल्फ-केयर रूटीन, और पारिवारिक संबंधों को मजबूत करने के उपाय मिलेंगे।