New Born Baby Care: एक माँ के लिए सबसे खूबसूरत पल वो होता है जब आपका बच्चा पहली बार उसके हाथो में आता है। आपके बच्चे की मुस्कान, उसके छोटे हाथ, पैर आपके दिल को बहुत ही लुभाती है। आप अपने बच्चे का इस दुनिया में बहुत ही अच्छे से स्वागत करती है पर इसी के साथ अगर आप भी मेरी तरह नई-नई माँ बनी है तो आपको भी अपने बच्चे की देखभाल से जुडी चिंता सताने लगती है तो चलिए न्यू मॉम्स। आज में आपको अपने इस आर्टिकल में अपने नवजात शिशु की देखभाल कैसे करें उससे जुडी जानकारी आपको देने जा रही है।
न्यू मॉम्स जो कही बाहर रहती है और अकेले रहती है उनके लिए अक्सर मुश्किल हो जाता है कि वह किस तरह से अपने न्यू बोर्न की देखरेख जैसे: बच्चे को कैसे दूध (Breastfeeding) करवाएं, किस तरह से उसको नहलाएं, कैसे उसकी मालिस करें आदि। इसके लिए में आपको अपने तजुर्बे से जुडी 10 जरुरी चीजों के बारे में बताउंगी जो मैंने खुद अपने बच्चे की देखभाल (chote bacho ki dekhbaal kese kare) की है।
10 जरुरी चीजे नवजात शिशु के लिए
माता पिता जब भी अपने बच्चे को हॉस्पिटल से घर लेकर आये तो उनके पास न्यू बॉर्न बेबी के लिए यह सभी जरुरी चीजें होनी आवश्यक है।
- नवजात शिशु के लिए कपडे
- बच्चे का तौलिया
- शिशु के लिए जुराब (Shocks)
- New Born Baby के लिए अच्छे ब्रांड का शैम्पू और साबुन
- न्यू बॉर्न के लिए बेबी वाइप्स
- शिशु के लिए फीडिंग बोतल
- बच्चे के लिए डॉ के अनुसार दिया गया फार्मूला मिल्क
- बेबी के लिए कॉटन की टोपी या गर्म टोपी (मौसम के अनुसार)
- बच्चे के लिए सॉफ ब्लैंकेट
- बेस्ट ब्रांड का डायपर
New Born Baby Care Tips (न्यू बॉर्न बेबी की देखभाल से जुडी जरुरी बातें)
New Born Baby को ब्रेस्टफीडिंग (स्तनपान) अवश्य कराएँ
कहा जाता है कि नवजात शिशु (New Born)के लिए माँ का दूध ही सबसे उत्तम होता है जिससे बच्चे को कई सारे नूट्रिएंट्स मिलते है। अगर आप अपने बच्चे को Breastfeed करवाती है तो आपको इस बात का ध्यान रखना जरुरी है की आप अपने नवजात शिशु को हर 1 से 3 घंटे के बीच में दूध जरूर पिलाती रहे। न्यू मॉम्स जितना अपने बेबी को फीड करवाएंगी उतना ही दूध आपको बनेगा जो आपके बच्चे के लिए जरुरी है इसके जरिये आपका बच्चा चूसना (suck) करना और निगलना सीखेगा।
अगर आपको ब्रेस्टमिल्क कम आता है और आपका बच्चा दूध पीने के बाद भी भूखा रह जाता है तो आप इन सभी घरेलु उपाय की मदद से अपना ब्रेस्टमिल्क बढ़ा सकते है – ब्रेस्टमिल्क बढ़ाने के तरीके | Breast milk kaise badhaye
नवजात शिशु को ऐसे दें फार्मूला मिल्क
सभी बच्चे अलग-अलग होते है। यदि आपका बच्चा आपका दूध नहीं पीता तो आप उसे डॉक्टर के अनुसार बताया गया फार्मूला मिल्क दे सकते है लेकिन आपको यह जानना जरुरी है कि आप फार्मूला मिल्क को किस तरह से यानि कितने पानी में कितना FM देंगे। यहाँ में आपको इसकी जानकारी यहाँ देने जा रही हूँ।
- नवजात शिशु के लिए – 30 ML पानी में -1 स्कूप – हर 2 से 3 घंटे
- 1 से 3 महीने के शिशु के लिए – 120 से 150 ML – 4 से 5 स्कूप – हर 2 से 3 घंटे
- 3 से 4 महीने के शिशु के लिए – 180 से 210 ML – 6 से 7 स्कूप – हर 3 से 4 घंटे
- 4 से 6 महीने के शिशु के लिए – 180 से 240 ML – 7 से 8 स्कूप – हर 4 से 6 घंटे
- 6 से 1 साल के शिशु के लिए – 180 से 240 ML – 7 से 8 स्कूप – हर 5 से 6 घंटे
शिशु को डकार जरूर दिलाये (Burping)
जितनी भी मॉम्स अपने बच्चे को ब्रेस्टमिल्क या फार्मूला मिल्क पिलाती है उन्हें अपने बच्चे को डकार दिलाना बहुत ही जरुरी है। आप अपने बच्चे को अलग-अलग पोजीशन में डकार दिला सकती है। यदि आप अपने बच्चे को डकार नहीं दिलाएंगी तो आपके बच्चे को गैस की दिक्कत हो सकती है जिससे आपका बच्चा बहुत ही परेशान हो जायेगा और वह रोता रहेगा। आपको बता दूँ मेरे माँ बनने पर मैंने यही गलती की बच्चे को दूध पिलाने के बाद उसे बर्पिंग नहीं दी जिसके कारण मेरे न्यू बोर्न बेबी को गैस और COLIC की प्रॉब्लम बहुत बढ़ गयी थी जिसके बाद में अपने नवजात शिशु को हर फीडिंग पर बर्पिंग दिलाकर उसकी यह समस्या मैने दूर की।
नवजात शिशु की नाल का हमेशा ध्यान रखे
न्यू बोर्न बेबी की गर्भ नाल का आपको ख़ास ध्यान रखना है। जब तक बच्चे की नाल खुद से नहीं झड़ती है आपको इसे पानी से बचाकर रखना है। आपको बता देती हूँ गर्भनाल को झड़ने में 7 से 10 दिन का समय लगता है और यह खुद ही झड़ जाती है।
न्यू बोर्न बेबी को कैसे नहलाएं
न्यू मॉम्स के लिए सबसे बड़ी चिंता की बात यही होती है कि वह अपने बच्चे को किस तरह से नहलाएं। अगर आपके घर में कोई बड़ा बुजुर्ग है तो आप उनकी सहायता ले सकती है और अगर आप अकेले रहती है तो आप बच्चे को अपने दोनों पैरो में रख कर नहलाएं। आपको बता दूँ यह तरीका सबसे आसान और सरल होता है या आप न्यू बोर्न की देखरेख के लिए किसी केयर टेकर को रख सकती है या तो आप बॉथटब या बाथ चेयर का यूज़ कर सकती है।
डायपर समय समय पर बदलते रहे
आज के समय में कई सारी सुविधाएं आ चुकी है उसमे से एक सुविधा है डायपर की। जिससे आप और बच्चा आसानी से रात में सो सकेंगे। यदि न्यू मॉम्स अपने बच्चे को डायपर पहनाती है तो आपको यह ध्यान रखना जरुरी है कि आप एक अच्छे ब्रांड का डायपर यूज़ करें जिससे उसे रैशेस न हो और उसका डायपर हर 4 से 5 घंटे में बदलते रहे। इसके साथ ही आप यह कोशिश करें कि आप बच्चे क कुछ समय के लिए बिना डायपर के रखे जिससे आपके बच्चे को रैशेस ना हो।
हर रोज बच्चे को सुबह की धूप अवश्य दिखाएं
आपकी नन्ही से जान के लिए धूप बहुत जरुरी है जिससे उसकी हड्डियों में मजबूती आएगी। न्यू मॉम्स को अपने बच्चे को 6 महीने तक 20 से 25 मिनट की धूप अपने बच्चे को जरूर दिखानी चाहिए। इसी के साथ आप डॉक्टर द्वारा दिए गए विटामिन सिरप को भी बच्चे को पिलाये।
नवजात शिशु को किस तरह पकडे
एक माँ के लिए यह बात जाननी बहुत जरुरी है कि आप अपने नवजात शिशु को किस तरह से पकड़ेंगी। आपकी एक लापरवाही आपके बच्चे को नुक्सान दे सकती है। आप अपने बच्चे को उसकी गर्दन और सिर पर अपनी हाथ की उँगलियों से सपोर्ट देकर और दूसरे हाथ को उसकी कमर में पकड़कर सपोर्ट देकर उठाये। इस प्रकिया से आप आसानी से अपने बच्चे को पकड़ सकेंगी।
नवजात शिशु की मालिश रोजाना अवश्य करें
बच्चे को मजबूत बनाने के लिए उसके शरीर की मालिश करना आवश्यक है। मालिश करने से बच्चे की मसल्स स्ट्रांग बनती है। न्यू मॉम्स को अपने बच्चे की मालिश 2 से 3 बार अवश्य करनी चाहिए। नवजात शिशु की मालिश करने के लिए आप सरसो का तेल, बादाम का तेल, जैतून का तेल (ओलिव आयल), नारियल तेल आदि का इस्तेमाल कर सकती है। साथ ही आप अपने घर में बड़े बुजुर्ग की मदद से बच्चे की मालिश करने के तरीके जान सकती है। न्यू मॉम्स जाने नवजात शिशु की मालिश कैसे करें? इन सभी तेल की मालिश से होगा आपका बच्चा तंदुरुस्त
अगर डिलीवरी के बाद आपका भी वजन बाद बढ़ गया है तो आप घर बैठे यह सभी एक्सरसाइज करके अपना वजन कम कर सकती है डिलीवरी के बाद वजन घटाएं के लिए करें ये एक्सरसाइज
अगर आपके भी गर्भ में पल रहे बच्चे का वजन कम है तो आप नारियल पानी का सेवन कर सकते है इसी के साथ जानिए गर्भवस्था में नारियल पानी पीने के फायदे –प्रेगनेंसी में नारियल पानी पीना चाहिए? जाने गर्भ में पल रहे शिशु के लिए नारियल पानी इतना फायदेमंद
नवजात शिशु को समय समय पर टीकाकरण (vaccination) अवश्य लगवाएं
बच्चे के जन्म से लेकर उसके 10 साल की उम्र तक आपको टीकाकरण का अवश्य ध्यान रखना है और समय-समय पर उसे टीकाकरण लगवाना है। वक्सीनशन लगने से आपके बच्चे को कई बिमारियों के संक्रमण का खतरा नहीं रहेगा और आपका न्यू बॉर्न बेबी बहुत अच्छे से हैल्थी रहेगा।
मुझे आशा है कि मेरे द्वारा बताये गए बेबी केयर टिप्स आपको जरूर पसंद आएंगे। यह टिप्स में खुद अपने बच्चे पर फॉलो करती है जिससे मेरा बच्चा बहुत ही स्वस्थ महसूस करता है। इसी तरह की और जानकारी प्राप्त करने के लिए आप हमारी साइट पर विजिट करते रहे।
इसी के साथ बता देते है पेरेंट्स अपने शिशु की स्वास्थ्य जांच और टीकाकरण को नियमित रूप से कराते रहें। अपने नवजात के संकेतों को समझने और उनकी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए धैर्य और प्यार से काम लें। किसी भी संदेह या समस्या की स्थिति में, तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें।