
नवजात शिशु को गोद में देना एक बेहद संवेदनशील कार्य है, जिसे हर माता-पिता को सावधानीपूर्वक करना चाहिए। यह वह समय है जब शिशु सबसे अधिक नाजुक होते हैं और उनका इम्यून सिस्टम पूरी तरह से विकसित नहीं हुआ होता है। इसलिए, शिशु को गोद में लेने से पहले कुछ महत्वपूर्ण पहलुओं का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि नवजात शिशु को गोद में देने का सही समय क्या है और इसके लिए कौन सी सावधानियाँ बरतनी चाहिए।
नवजात शिशु का इम्यून सिस्टम और गोद में देने का समय
नवजात शिशु का इम्यून सिस्टम पहले कुछ महीनों तक पूरी तरह से विकसित नहीं होता है। इसका मतलब है कि शिशु को बाहरी संक्रमणों से बचाए रखने के लिए विशेष देखभाल की जरूरत होती है। डॉक्टरों के अनुसार, नवजात शिशु को गोद में देने का सही समय लगभग दो महीने के बाद होता है, जब शिशु का इम्यून सिस्टम थोड़ा मजबूत हो जाता है और संक्रमणों से लड़ने की क्षमता बढ़ जाती है। इस समय तक शिशु को बाहरी कीटाणुओं और वायरस से बचाने में मदद मिलती है।
गोद में देने से पहले जरूरी सावधानियाँ
इस समय में शिशु की सुरक्षा के लिए यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि शिशु को किसी भी बाहरी व्यक्ति से सावधानी से गोद में लिया जाए। किसी भी ऐसे व्यक्ति को शिशु को गोद में लेने से पहले अच्छे से हाथ धोने के लिए कहना चाहिए, ताकि संक्रमण से बचाव हो सके। इसके अलावा, शिशु को किसी भी बीमारी से ग्रस्त व्यक्ति से दूर रखना चाहिए, क्योंकि नवजात शिशु का इम्यून सिस्टम अभी पूरी तरह से विकसित नहीं होता और वह जल्दी बीमार पड़ सकता है।
शिशु के आराम और सुरक्षा का ध्यान रखें
जब भी शिशु को गोद में लिया जाए, तो यह सुनिश्चित करें कि शिशु का आराम और नींद पूरी हो रही हो। ज्यादा समय तक शिशु को गोद में न रखें, क्योंकि उसे आराम की आवश्यकता होती है। साथ ही, शिशु को कभी भी किसी को चुम्बन करने की अनुमति न दें। इससे शिशु में वायरस और बैक्टीरिया का संक्रमण हो सकता है।
विशेषज्ञों की राय
नवजात शिशु को गोद में देने का समय और इसके लिए उठाए जाने वाले कदम पर विशेषज्ञों की राय अत्यंत महत्वपूर्ण होती है, क्योंकि इस विषय में किसी भी तरह की लापरवाही शिशु के स्वास्थ्य के लिए खतरे का कारण बन सकती है। बच्चों के डॉक्टर, पेडियाट्रिशियन और शिशु देखभाल के विशेषज्ञ इस बात पर जोर देते हैं कि शिशु की इम्यूनिटी पहले कुछ महीनों तक पूरी तरह से विकसित नहीं होती है, और ऐसे में उसे बाहरी संक्रमण से बचाए रखना बेहद जरूरी होता है।
डॉ. सिमरन कौर, पेडियाट्रिशियन:
“नवजात शिशु का इम्यून सिस्टम जन्म के बाद कुछ समय तक काफी कमजोर होता है। यह सुनिश्चित करना कि शिशु को गोद में लेने से पहले व्यक्ति ने हाथ धोए हैं और स्वस्थ है, शिशु की सुरक्षा के लिए जरूरी है। मैं हमेशा सलाह देती हूं कि शिशु को गोद में देने का सही समय लगभग दो महीने के बाद होता है, जब उसका इम्यून सिस्टम थोड़ा सशक्त हो जाता है और वह बाहरी कीटाणुओं से बेहतर तरीके से लड़ सकता है।”
डॉ. प्रियंका सिंह, शिशु देखभाल विशेषज्ञ:
“नवजात शिशु को गोद में लेने के समय यह सुनिश्चित करना चाहिए कि शिशु की नींद पूरी हो रही हो और उसे अत्यधिक परेशान न किया जाए। इससे शिशु की सेहत पर कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ेगा। एक और महत्वपूर्ण बात यह है कि शिशु को गोद में लेने से पहले उस व्यक्ति के स्वास्थ्य की जांच की जानी चाहिए। बीमार व्यक्ति को शिशु से दूर रखना चाहिए, क्योंकि उनका इम्यून सिस्टम अभी विकसित नहीं हुआ है और शिशु जल्दी बीमार पड़ सकता है।”
डॉ. अनु रानी, शिशु और माता-पिता की मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ:
“शिशु के मानसिक और शारीरिक विकास के लिए शांति और आराम बेहद जरूरी होते हैं। बहुत अधिक समय तक शिशु को गोद में रखना उसकी नींद और शांति को प्रभावित कर सकता है। इसके साथ ही, बहुत से माता-पिता यह गलती करते हैं कि वे शिशु को चुम्बन करते हैं, लेकिन शिशु के इम्यून सिस्टम की कमजोरी के कारण यह खतरे का कारण बन सकता है। इसलिए, शिशु की सुरक्षा को सबसे पहले प्राथमिकता देना चाहिए।”
(FAQs)
- क्या शिशु को गोद में देने का कोई सही समय है?
नवजात शिशु को गोद में देने का सही समय लगभग दो महीने के बाद होता है, जब शिशु का इम्यून सिस्टम थोड़ा मजबूत हो जाता है। - क्या शिशु को बीमार व्यक्ति से गोद में लिया जा सकता है?
नहीं, बीमार व्यक्ति को शिशु को गोद में लेने से रोकना चाहिए, क्योंकि इससे शिशु को संक्रमण का खतरा हो सकता है। - क्या शिशु को गोद में लेने से पहले हाथ धोने जरूरी है?
हां, शिशु को गोद में देने से पहले व्यक्ति को अपने हाथ अच्छे से धोने चाहिए, ताकि संक्रमण से बचाव हो सके। - क्या शिशु को लंबे समय तक गोद में रखना ठीक है?
नहीं, शिशु को ज्यादा देर तक गोद में नहीं रखना चाहिए। उसे आराम और नींद की जरूरत होती है। - क्या शिशु को चुम्बन देने से कोई नुकसान हो सकता है?
हां, शिशु को चुम्बन करने से बैक्टीरिया और वायरस का संक्रमण हो सकता है, जिससे शिशु की तबीयत बिगड़ सकती है।