क्या शिशुओं या बच्चों के बाल झड़ना है नॉर्मल? जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट

शिशुओं या बच्चों के बाल झड़ना (Hair Loss in Infants and Children) एक ऐसा विषय है जो अक्सर माता-पिता को चिंता में डाल देता है। बाल झड़ना आमतौर पर वयस्कों से जोड़ा जाता है, लेकिन जब यह बच्चों या नवजात शिशुओं में दिखाई देता है, तो सवाल उठते हैं कि क्या यह सामान्य है या

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By Nutan Bhatt

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शिशुओं के बाल झड़ना सामान्य या चिंता का कारण?

शिशुओं या बच्चों के बाल झड़ना (Hair Loss in Infants and Children) एक ऐसा विषय है जो अक्सर माता-पिता को चिंता में डाल देता है। बाल झड़ना आमतौर पर वयस्कों से जोड़ा जाता है, लेकिन जब यह बच्चों या नवजात शिशुओं में दिखाई देता है, तो सवाल उठते हैं कि क्या यह सामान्य है या किसी स्वास्थ्य समस्या का संकेत? विशेषज्ञों की मानें तो अधिकतर मामलों में यह एक सामान्य और अस्थायी प्रक्रिया है, लेकिन कुछ स्थितियों में यह संकेत दे सकती है कि शिशु को चिकित्सा सलाह की आवश्यकता हो सकती है।

हार्मोनल बदलाव और बाल झड़ने की प्रक्रिया

जन्म के तुरंत बाद शिशुओं में हार्मोनल परिवर्तन होते हैं जो गर्भ में मिले हार्मोन के स्तर से अचानक अलग हो जाते हैं। यही कारण है कि कई शिशु जन्म के कुछ हफ्तों बाद बाल झाड़ने लगते हैं। यह स्थिति ‘टेलोजन एफ्लुवियम’ (Telogen Effluvium) कहलाती है, जिसमें बालों का विकास चक्र एक निष्क्रिय अवस्था में चला जाता है। अच्छी बात यह है कि यह स्थिति अस्थायी होती है और बाल अपने आप दोबारा उग आते हैं।

फ्रिक्शन और सिर के पीछे बाल झड़ना

इसके अलावा, शिशुओं में सिर के पिछले हिस्से के बाल झड़ने का एक प्रमुख कारण है अत्यधिक फ्रिक्शन या घर्षण। जब बच्चा लंबे समय तक एक ही स्थिति में लेटा रहता है, विशेषकर पीठ के बल, तो सिर के उस हिस्से पर दबाव पड़ता है जिससे बाल झड़ सकते हैं। जैसे ही बच्चा बैठना, घुटनों के बल चलना और घूमना शुरू करता है, यह घर्षण कम हो जाता है और बाल दोबारा उगने लगते हैं।

क्रैडल कैप (Cradle Cap) और बालों की सेहत

कुछ बच्चों में ‘क्रैडल कैप’ (Cradle Cap) की समस्या देखी जाती है, जिसमें सिर की त्वचा पर चिकनी, पीली या भूरे रंग की परतें जम जाती हैं। यह स्थिति बाल झड़ने का कारण बन सकती है लेकिन यह हानिरहित होती है और आमतौर पर हल्के देखभाल से ठीक हो जाती है।

चिकित्सकीय मदद कब लें

हालांकि अधिकांश मामलों में बच्चों में बाल झड़ना सामान्य माना जाता है, लेकिन कुछ लक्षण ऐसे होते हैं जिन पर माता-पिता को विशेष ध्यान देना चाहिए। यदि बाल झड़ना अचानक हो, बालों के गुच्छे झड़ रहे हों, सिर पर गोल या असमान गंजे पैच बन रहे हों, या खोपड़ी पर लालिमा, खुजली, सूजन, या पपड़ी दिखाई दे—तो यह फंगल संक्रमण, त्वचा विकार या पोषण की कमी का संकेत हो सकता है। ऐसी स्थिति में बाल रोग विशेषज्ञ या त्वचा विशेषज्ञ से परामर्श आवश्यक होता है।

सुरक्षित देखभाल के उपाय

शिशु की बालों की देखभाल करते समय हल्के और केमिकल-फ्री उत्पादों का इस्तेमाल करना चाहिए। बालों को ज़रूरत से ज्यादा धोने से बचें और ब्रश या कंघी बहुत कोमल होनी चाहिए। शिशु के बाल कसकर बांधने या खींचने से बालों की जड़ों को नुकसान हो सकता है। साथ ही, “तमी टाइम” (Tummy Time) जैसी गतिविधियां बच्चे के सिर के एक ही हिस्से पर दबाव को कम करती हैं जिससे बाल झड़ने की संभावना कम होती है।

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एक्सपर्ट्स की राय

डॉ. अनुपमा शुक्ला, बाल रोग विशेषज्ञ (Pediatrician)
“शिशुओं के जन्म के बाद पहले छह महीने में बाल झड़ना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है। यह हार्मोनल बदलावों का परिणाम होता है और इसे लेकर माता-पिता को घबराने की ज़रूरत नहीं है। हालांकि अगर बालों के साथ खोपड़ी पर पपड़ी, लाल दाने, या संक्रमण के लक्षण हों, तो चिकित्सकीय परामर्श जरूरी होता है।”

डॉ. राघवेंद्र नाथ, त्वचा विशेषज्ञ (Dermatologist)
“बच्चों में बाल झड़ना कई बार त्वचा संबंधी समस्याओं जैसे कि टीनिया कैपिटिस (Tinea Capitis – फंगल संक्रमण) या एलोपेसिया एरियाटा (Alopecia Areata) की वजह से होता है। यदि बाल झड़ना गोल पैच के रूप में हो रहा है या खोपड़ी पर असामान्य लक्षण दिख रहे हैं, तो यह चिकित्सकीय जांच का विषय बनता है।”

डॉ. प्रियंका महाजन, ट्राइकोलॉजिस्ट (Hair & Scalp Specialist)
“बालों का झड़ना विकास का हिस्सा हो सकता है, लेकिन खानपान में आयरन, विटामिन D और प्रोटीन की कमी भी बच्चों के बालों को प्रभावित करती है। संतुलित आहार और सौम्य हेयर केयर रूटीन से बालों की सेहत बनाए रखना संभव है। बेबी प्रोडक्ट्स का चयन करते समय उनकी संरचना (formulation) पर खास ध्यान देना चाहिए।”

डॉ. स्वप्निल मेहरा, शिशु रोग विशेषज्ञ (Neonatologist)
“नवजात शिशुओं में बाल झड़ने का संबंध अक्सर जन्म से पहले और बाद के हार्मोनल अंतर से होता है। ये बाल दोबारा आते हैं जब नया हेयर ग्रोथ फेज शुरू होता है। मगर अगर बाल बिल्कुल नहीं आ रहे या अन्य विकासात्मक लक्षणों के साथ हैं, तो एक विस्तारपूर्वक जांच की आवश्यकता हो सकती है।

(FAQs)

शिशु के जन्म के कितने समय बाद बाल झड़ सकते हैं?
ज्यादातर शिशुओं के बाल जन्म के 8 से 12 सप्ताह के भीतर झड़ने लगते हैं, जो 3 से 7 महीने तक जारी रह सकता है।

क्या बाल झड़ना रिन्यूएबल एनर्जी-Renewable Energy या खानपान से जुड़ा हो सकता है?
शिशुओं में आमतौर पर नहीं, लेकिन बड़े बच्चों में पोषण की कमी, जैसे आयरन या प्रोटीन की कमी, बाल झड़ने का कारण बन सकती है।

क्या यह किसी बीमारी का संकेत हो सकता है?
अगर बाल झड़ने के साथ अन्य लक्षण हों—जैसे गंजे पैच, खुजली, या त्वचा में बदलाव—तो यह फंगल संक्रमण या अन्य रोगों का संकेत हो सकता है।

क्या बाल वापस आ जाते हैं?
हां, अधिकतर मामलों में बाल दोबारा आ जाते हैं, खासकर जब कारण सामान्य हो। लेकिन यदि कारण गंभीर हो तो उपचार की आवश्यकता हो सकती है।

क्या शिशु के बालों के लिए कोई विशेष तेल या शैम्पू चाहिए?
माइल्ड, हर्बल और बिना केमिकल वाला बेबी शैम्पू और तेल उपयोग करना सबसे सुरक्षित विकल्प होता है।

न्यू मॉम्स के लिए अपने बच्चे की केयर को लेकर काफी चिंता रहती है कि वह कैसे अपने बच्चे की देखभाल करें और कैसे रोजाना उसकी मालिश करें। अगर आप भी अपने बच्चे की मालिश करना चाहती है तो यह आर्टिकल आप पढ़ सकती है- न्यू मॉम्स जाने नवजात शिशु की मालिश कैसे करें? इन सभी तेल की मालिश से होगा आपका बच्चा तंदुरुस्त

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Nutan Bhatt
मैं नूतन भट्ट हूँ, शिवांग की माँ और mumbabysparsh.com की संस्थापक। एक नई माँ के रूप में, मैंने अपनी मातृत्व यात्रा के दौरान सीखे गए सबक और अनुभवों को साझा करने का फैसला किया। मेरा लक्ष्य है अन्य नई माओं को प्रेरित करना और उनकी मदद करना, ताकि वे इस चुनौतीपूर्ण और खुशियों भरी यात्रा में आत्मविश्वास से आगे बढ़ सकें। मेरे लेख बच्चों की देखभाल, स्वास्थ्य, और मातृत्व के सुखद अनुभवों पर केंद्रित हैं, सभी को हिंदी में सरल और सुगम भाषा में प्रस्तुत किया गया है। मैं आशा करती हूँ कि मेरे विचार और सुझाव आपकी मातृत्व यात्रा को और अधिक खुशहाल और सुगम बनाने में मदद करेंगे।

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