Karwa Chauth Vrat: इन 6 महिलाओं को नहीं रखना चाहिए करवा चौथ का व्रत

करवा चौथ का त्योहार भारतीय महिलाओं के लिए विशेष महत्व रखता है, ऐसे में महिलाओं को यदि पीरियड्स शुरू हो गए है तो उन्हें किस तरह से करवा चौथ का व्रत लेना है। जाने पूरी जानकारी

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By Nutan Bhatt

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Karwa Chauth Vrat 2024: करवा चौथ का व्रत विवाहित महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण पर्व है, जिसमें वे अपने पति की लंबी आयु और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं। इस दिन महिलाएं सूर्योदय से लेकर चंद्रोदय तक निर्जला उपवास रखती हैं और विशेष पूजा-अर्चना करती हैं।

पीरियड्स के दौरान करवा चौथ व्रत:

यदि करवा चौथ के (periods me karwa chauth vrat ke niyam) दिन महिलाओं को मासिक धर्म (पीरियड्स) हो जाएं, तो वे व्रत रख सकती हैं, लेकिन कुछ विशेष सावधानियों का पालन करना चाहिए:

  • पूजा-पाठ से परहेज: पीरियड्स के दौरान महिलाओं को मंदिर जाने या पूजा करने से बचना चाहिए। वे घर पर ही स्नान करके मन में करवा माता का ध्यान कर सकती हैं।
  • कथा सुनना: व्रत के दौरान करवा चौथ की कथा सुनना आवश्यक होता है। पीरियड्स के दौरान महिलाएं किसी और के माध्यम से कथा सुन सकती हैं
  • व्रत का पालन: मासिक धर्म के दौरान व्रत रखने से कोई दोष नहीं लगता, बशर्ते कि महिलाएं उपरोक्त नियमों का पालन करें।

किन महिलाओं को करवा चौथ व्रत से परहेज करना चाहिए:

कुछ विशेष परिस्थितियों में महिलाओं को करवा चौथ का व्रत नहीं रखना चाहिए:

  1. गर्भवती महिलाएं: गर्भावस्था के दौरान उपवास करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है, इसलिए गर्भवती महिलाओं को व्रत (karwa chauth in pregnancy) से बचना चाहिए
  2. स्तनपान कराने वाली महिलाएं: इस दौरान उपवास करने से दूध की मात्रा और गुणवत्ता पर असर पड़ सकता है, जिससे बच्चे के पोषण पर प्रभाव पड़ता है
  3. स्वास्थ्य समस्याओं से ग्रस्त महिलाएं: जिन्हें मधुमेह, हृदय रोग, किडनी की समस्या या अन्य गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हैं, उन्हें व्रत रखने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
  4. कमजोर शारीरिक स्थिति वाली महिलाएं: जो महिलाएं शारीरिक रूप से कमजोर हैं या हाल ही में किसी बीमारी से उबरी हैं, उन्हें व्रत रखने से परहेज करना चाहिए, क्योंकि इससे उनकी सेहत पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
  5. उच्च रक्तचाप या निम्न रक्तचाप की समस्या: ऐसी महिलाएं जिन्हें रक्तचाप से संबंधित समस्याएं हैं, उन्हें व्रत रखने से पहले चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए, क्योंकि उपवास से रक्तचाप में उतार-चढ़ाव हो सकता है।
  6. मासिक धर्म के दौरान पूजा-पाठ करने वाली महिलाएं: जैसा कि पहले उल्लेख किया गया है, पीरियड्स के दौरान पूजा-पाठ से बचना चाहिए। यदि कोई महिला इस दौरान पूजा करना चाहती है, तो उसे विशेष सावधानियां बरतनी चाहिए।

करवा चौथ व्रत रखने पर सावधानियां और सलाह:

  • व्रत से पहले और बाद में पोषण: व्रत से पहले और बाद में पौष्टिक भोजन का सेवन करें। व्रत तोड़ने के बाद हल्का और सुपाच्य भोजन लें, ताकि पाचन तंत्र पर अधिक भार न पड़े।
  • हाइड्रेशन का ध्यान रखें: व्रत के दौरान निर्जला उपवास होता है, इसलिए व्रत तोड़ने के बाद पर्याप्त मात्रा में पानी और तरल पदार्थ का सेवन करें, ताकि शरीर में पानी की कमी न हो।
  • चिकित्सक से परामर्श: यदि आपको किसी प्रकार की स्वास्थ्य समस्या है या व्रत रखने को लेकर कोई संदेह है, तो अपने चिकित्सक से सलाह लें।

करवा चौथ का व्रत एक पवित्र और महत्वपूर्ण परंपरा है, लेकिन स्वास्थ्य का ध्यान रखना भी आवश्यक है। अपनी शारीरिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए और आवश्यक सावधानियों का पालन करते हुए ही व्रत रखें।

Author
Nutan Bhatt
मैं नूतन भट्ट हूँ, शिवांग की माँ और mumbabysparsh.com की संस्थापक। एक नई माँ के रूप में, मैंने अपनी मातृत्व यात्रा के दौरान सीखे गए सबक और अनुभवों को साझा करने का फैसला किया। मेरा लक्ष्य है अन्य नई माओं को प्रेरित करना और उनकी मदद करना, ताकि वे इस चुनौतीपूर्ण और खुशियों भरी यात्रा में आत्मविश्वास से आगे बढ़ सकें। मेरे लेख बच्चों की देखभाल, स्वास्थ्य, और मातृत्व के सुखद अनुभवों पर केंद्रित हैं, सभी को हिंदी में सरल और सुगम भाषा में प्रस्तुत किया गया है। मैं आशा करती हूँ कि मेरे विचार और सुझाव आपकी मातृत्व यात्रा को और अधिक खुशहाल और सुगम बनाने में मदद करेंगे।

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