Newborn Baby Ko Kaise Nahlaye: जितने भी लोग नए-नए माता पिता बने है उन्हें अपने बच्चो की देखभाल से जुडी सभी चीजों का ध्यान रखना पड़ता है। बच्चे की देखभाल में आपके नवजात शिशु को नहलाना भी शामिल है। जी हां, अपने नवजात शिशु को नहलाना आसान काम नहीं होता क्यूंकि उस समय शिशु बहुत ही छोटा होता है और उसे बड़ी ही सावधानी से आपको नहलाना पड़ता है। आज में आपको अपने आर्टिकल में नवजात शिशु को कैसे नहलाएं इसकी जानकारी देने जा रही है।
कई ऐसे बच्चे होते है जो नहाने के लिए बहुत ही खुश होते है और कई ऐसे बच्चे होते है जिन्हे नहाना पसंद नहीं होता और जिसके कारण कुछ शिशु नहाते समय रोते है। अगर आपके घर में नवजात शिशु है तो आप उसे नहलाने के लिए अपने घर के बड़े बुजुर्ग की सहायता ले सकते है और यदि आप अकेले रहते है तो आप आपने बच्चे को अपने पैरों पर रखकर व बाथ चेयर का इस्तेमाल करके बड़े ही आसानी से नहला सकते है।
नवजात शिशु को कितनी बार नहलाना चाहिए?
आप सभी के मन में यह सवाल तो आता ही होगा कि आप अपने बच्चे को हफ्ते में कितनी बार नहलाएं तो में आपको बता दूँ यदि बच्चे को आप सर्दियों में नहला रहे है तो आपको उन्हें हफ्ते में केवल 2 से 3 बार ही नहलाना चाहिए (Baby ko sardiyo mai kitne din nehlana chahiye) और अगर गर्मियों का मौसम है तो आप अपने बच्चे को रोजाना नहला सकते है। जितना आप अपने बच्चे को नहला के साफ-सुथरा रखेंगे उतना ही आपका शिशु स्वस्थ रहेगा।
क्यों नवजात शिशु को नहलाना जरुरी?
अपने नवजात शिशु (New Born Baby Bath) को नहलाना बेहद जरुरी है। इससे वह स्वस्थ रहता है। आपके लिए पहले पहले शिशु को नहलाना थोड़ा मुश्किल काम हो सकता है क्यूंकि उनकी त्वचा बहुत ही मुलायम होती है। शिशु को नहलाने के बाद आपको उन्हें अच्छे से पोछना है और साफ कपड़े पहनाने जरुरी है। चलिए जानते है नवजात शिशु को नहलाना क्यों जरुरी है।
- शिशु का होता है शारीरिक विकास : बच्चों को नहलाने से उनका शारीरिक विकास होता है इससे उनकी मांसपेशियां मजबूत बनती है और नहलाने से बच्चों को बीमारियां नहीं होती।
- नहलाने से बच्चों को आती है अच्छी नींद : आप चाहे नवजात शिशु को सुबह नहलाएं या श्याम। इससे उन्हें अच्छी नींद आती है और अच्छी नींद बच्चों के विकास के लिए बहुत जरुरी है।
- त्वचा की देखभाल: नवजात की त्वचा बहुत नाजुक होती है। नहलाने से त्वचा की सफाई होती है और इससे त्वचा के छिद्र खुलते हैं, जिससे त्वचा स्वस्थ रहती है।
- शिशु को मिलता है सुकून : नहाने के बाद हर कोई ताजगी महसूस करता है ऐसे ही नवजात शिशु को भी नहलाने के बाद बहुत ही ताजगी महसूस होती है और उसके लिए वह अलग एहसास होता है।
- नहाते समय करें बच्चों से बातजीत : जब भी न्यू मॉम्स अपने बच्चे को नहलाएं आप उनके साथ बात करें और उनके साथ गाना गाएं इससे उनका मानसिक विकास भी होता है।
- ब्लड सर्कुलेशन में सुधार: नहलाने से शिशु के शरीर में रक्त संचार बेहतर होता है, जो उसके समग्र विकास के लिए फायदेमंद होता है।
जानकारी के लिए बता दें, अमेरिकन पेडियेट्रिक्स सोसायटी (AAP) ने अपने गाइडलाइन्स में सुझाव दिया है कि नवजात शिशु को नहलाने का सबसे उपयुक्त समय रात के बाद या सुबह के शुरू में होता है और वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) के अनुसार, नवजात शिशु को जन्म के बाद 24 घंटे के भीतर नहलाना चाहिए। यह उनके स्वास्थ्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
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नवजात शिशु को इन तरीकों से नहलाएं
नवजात शिशु को नहलाने के कई सारे तरीके है आप जिस तरीके से कम्फ़र्टेबल है उसी तरह से अपने नवजात शिशु को नहला (Navjaat shishu Ko Kese Nehlayein ) सकती है। में आपको यहाँ इन्ही त्तरीकों की जानकारी के बारे में बताने जा रही हूँ।
1. नवजात शिशु को दे सकती है स्पंज बाथ
बता दूँ अगर आपका बच्चा अभी-अभी पैदा हुआ है तो आप उसे 7 या 10 दिन तक स्पंज बाथ दें खासकर की तब तक जब तक शिशु का गर्भनाल खुद से उतर ना जाएं और डॉक्टर भी आपको बच्चे को कुछ दिन तक स्पंज बाथ देने की सलाह देंगे।
2. शिशु को अपने पैरों पर बैठाकर नहलाएं
नई नई मॉम्स या तो अपने घर में किसी बड़े बुजुर्ग से सहायता लेकर अपने शिशु को नहला सकती है या तो वह अपने पैरो पर अपने बच्चे को रख कर आसानी से नहला सकती है।
3. नवजात शिशु को नहलाने के लिए टब का कर सकती है इस्तेमाल
अगर आप अपने बच्चे को पैरों में बैठा कर नहीं नहला पा रही है तो आप उन्हें टब में बैठा के किसी की सहायता से नहला सकती है इसके लिए आप टब में थोड़ा गुनगुना पानी भरें फिर आप एक हाथ से बच्चे के सर को पकड़े और दूसरे हाथ से उनके ऊपर पानी डालें। इसके बाद आप शिशु को साबुन लगाएं और उसे अच्छे से साबुन लगाकर पानी डाले। नहलाने के बाद आप बच्चे को तोलिये में लपेटे उसे सुखाएं और फिर आप उसपर लोशन लगाकर कपड़े पहना ले।
न्यू मॉम्स के लिए अपने बच्चे की केयर को लेकर काफी चिंता रहती है कि वह कैसे अपने बच्चे की देखभाल करें और कैसे रोजाना उसकी मालिश करें। अगर आप भी अपने बच्चे की मालिश करना चाहती है तो यह आर्टिकल आप पढ़ सकती है- न्यू मॉम्स जाने नवजात शिशु की मालिश कैसे करें? इन सभी तेल की मालिश से होगा आपका बच्चा तंदुरुस्त
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कई नवजात शिशु दूध पीने के बाद उल्टी कर देते है या दही जैसा फटा दूध निकालते है अगर आपका शिशु भी ऐसी करता है तो यहाँ जानिए फटा दूध निकालने का क्या कारण है- नवजात आखिर क्यों होती है दूध पीने के बाद उल्टी, बार बार फटा दूध निकालने के ये कारण हो सकते है
नवजात शिशु को किस तरह नहलाएं से जुड़े प्रश्न/उत्तर
बच्चे को किस तरह से नहलाना चाहिए?
बच्चे को नहलाने से पहले आपको उसका सभी सामान अपने सामने रख लेना चाहिए ताकि आपको बच्चे को नहलाते वक़्त उसका सामान लाने के लिए यहाँ वहाँ न भागना पड़े।
नवजात शिशु को नहलाने के लिए क्या-क्या सामान चाहिए?
नवजात शिशु को नहलाने से पहले आपको इन सभी सामान की जरूरत पड़ेगी जैसे:
1. नहाने का पानी (चाहे ठंडी हो या गर्मी आपको बच्चे को गुनगुने पानी से नलाना चाहिए)
2. नवजात शिशु के कपड़े (मौसम अनुसार)
3. साबुन व शैम्पू
4. बच्चे का सॉफ्ट तौलिया आदि
नवजात शिशु को कितने दिन में नहलाना चाहिए?
न्यू मॉम्स अपने नवजात शिशु को शिशु के जन्म के बाद 24 से 48 घंटो के बीच नहला सकती है लेकिन आपको नहलाते वक़्त बच्चे की गर्भनाल का बेहद ध्यान रखना जरुरी है आपको उसमे पानी नहीं लगने देना है। इसी के साथ आप बच्चे के गर्भनाल उतरने तक का इंतजार कर सकती है इस बीच आप बच्चे को स्पंज कर सकती है।
शिशु को नहलाने के बाद क्या लगाना चाहिए?
बेबी को नहलाने के बाद उनके पूरे शरीर पर आपको बॉडी लोशन लगाना चाहिए क्यूंकि शिशु की स्किन नहलाने के बाद ड्राई हो जाती है जिसे आपको मॉइस्चर करना जरुरी है।