6 महीने से ऊपर बच्चों को कैसे पिलाएं पानी: एक्सपर्ट्स की सलाह

6 महीने से पहले शिशुओं को पानी देना सुरक्षित नहीं है, क्योंकि इससे पोषण की कमी और जल विषाक्तता का खतरा हो सकता है। 6 महीने के बाद, जब शिशु ठोस आहार लेना शुरू करता है, तब थोड़ी मात्रा में पानी देना शुरू किया जा सकता है। पानी देने में सावधानी बरतें और मात्रा का ध्यान रखें, ताकि शिशु का स्वास्थ्य सुरक्षित रहे।

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By Nutan Bhatt

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6 mahine se upar bache ko pani kese pilana chahiye

​बच्चों को पानी कब और कैसे पिलाना चाहिए? यह सवाल लगभग हर नए माता-पिता के मन में आता है। विशेषज्ञों के अनुसार, शिशुओं को जन्म से 6 महीने तक केवल मां का दूध या फॉर्मूला दूध ही देना चाहिए। इस अवधि में उन्हें अतिरिक्त पानी देने की आवश्यकता नहीं होती, क्योंकि मां का दूध या फॉर्मूला दूध उनकी सभी पोषण और हाइड्रेशन की जरूरतों को पूरा करता है। हालांकि, जब शिशु 6 महीने का (6 mahine se upar bache ko pani kese pilana chahiye) हो जाता है और ठोस आहार की शुरुआत होती है, तब थोड़ी मात्रा में पानी देना शुरू किया जा सकता है।​

6 महीने से पहले शिशुओं को पानी क्यों नहीं देना चाहिए?

1. पोषण की कमी का खतरा: शिशुओं का पेट छोटा होता है, और अगर वे पानी से भर जाते हैं, तो वे मां का दूध या फॉर्मूला दूध कम पीते हैं, जिससे आवश्यक पोषक तत्वों की कमी हो सकती है।​

2. जल विषाक्तता का जोखिम: अत्यधिक पानी देने से शिशु के शरीर में सोडियम का स्तर कम हो सकता है, जिससे जल विषाक्तता (Water Intoxication) हो सकती है, जो गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकती है। ​

3. संक्रमण का खतरा: अगर पानी साफ नहीं है या उबाला नहीं गया है, तो इससे शिशु को संक्रमण का खतरा हो सकता है।​

6 महीने के बाद शिशुओं को पानी कैसे दें?

1. धीरे-धीरे शुरुआत करें: जब शिशु ठोस आहार लेना शुरू करता है, तब प्रत्येक भोजन के साथ थोड़ी मात्रा में पानी देना शुरू करें।

2. उपयुक्त बर्तन का चयन: शिशु को पानी देने के लिए खुला कप या फ्री-फ्लो बीकर का उपयोग करें, जिससे वह धीरे-धीरे पीना सीख सके और दांतों की सेहत भी बनी रहे। ​

3. पानी की मात्रा पर ध्यान दें: 6-12 महीने के शिशुओं को प्रतिदिन 4-8 औंस (118-236 मिलीलीटर) पानी देना पर्याप्त होता है। ​

बच्चों को पानी देने में सावधानियां

  • अत्यधिक पानी से बचें: अत्यधिक पानी देने से जल विषाक्तता का खतरा होता है, इसलिए मात्रा का ध्यान रखें।​
  • साफ पानी का उपयोग करें: शिशु को देने वाला पानी साफ और उबला हुआ होना चाहिए, ताकि संक्रमण का खतरा न हो।​
  • पानी को भोजन के साथ ही दें: पानी को ठोस आहार के साथ ही दें, ताकि शिशु का पेट पानी से न भर जाए और वह आवश्यक पोषक तत्वों से वंचित न रह जाए।​

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

प्रश्न 1: क्या 6 महीने से पहले शिशु को पानी देना सुरक्षित है?​

उत्तर: नहीं, 6 महीने से पहले शिशु को पानी नहीं देना चाहिए, क्योंकि इससे पोषण की कमी और जल विषाक्तता का खतरा हो सकता है।​

प्रश्न 2: 6 महीने के बाद शिशु को कितना पानी देना चाहिए?​

उत्तर: 6-12 महीने के शिशुओं को प्रतिदिन 4-8 औंस (118-236 मिलीलीटर) पानी देना पर्याप्त होता है।​

प्रश्न 3: शिशु को पानी देने के लिए कौन सा बर्तन उपयुक्त है?​

उत्तर: शिशु को पानी देने के लिए खुला कप या फ्री-फ्लो बीकर का उपयोग करें, जिससे वह धीरे-धीरे पीना सीख सके और दांतों की सेहत भी बनी रहे।​

निष्कर्ष

शिशुओं को पानी देने की शुरुआत सही समय पर और सही तरीके से करना आवश्यक है। 6 महीने से पहले शिशु को पानी नहीं देना चाहिए, क्योंकि मां का दूध या फॉर्मूला दूध उसकी सभी पोषण और हाइड्रेशन की जरूरतों को पूरा करता है। 6 महीने के बाद, जब शिशु ठोस आहार लेना शुरू करता है, तब थोड़ी मात्रा में पानी देना शुरू किया जा सकता है। पानी देने में सावधानी बरतें और मात्रा का ध्यान रखें, ताकि शिशु का स्वास्थ्य सुरक्षित रहे।​

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Nutan Bhatt
मैं नूतन भट्ट हूँ, शिवांग की माँ और mumbabysparsh.com की संस्थापक। एक नई माँ के रूप में, मैंने अपनी मातृत्व यात्रा के दौरान सीखे गए सबक और अनुभवों को साझा करने का फैसला किया। मेरा लक्ष्य है अन्य नई माओं को प्रेरित करना और उनकी मदद करना, ताकि वे इस चुनौतीपूर्ण और खुशियों भरी यात्रा में आत्मविश्वास से आगे बढ़ सकें। मेरे लेख बच्चों की देखभाल, स्वास्थ्य, और मातृत्व के सुखद अनुभवों पर केंद्रित हैं, सभी को हिंदी में सरल और सुगम भाषा में प्रस्तुत किया गया है। मैं आशा करती हूँ कि मेरे विचार और सुझाव आपकी मातृत्व यात्रा को और अधिक खुशहाल और सुगम बनाने में मदद करेंगे।

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