स्कूल से घर आने के बाद बच्चों को सिखाएं ये 5 आदतें, देखते ही हर कोई करेगा तारीफ

बचपन में सिखाई गई अच्छी आदतें बच्चों को जिंदगीभर काम आती हैं। इस लेख में जानिए कि स्कूल से लौटने के बाद बच्चों को कौन-सी 5 जरूरी आदतें सिखानी चाहिए, जो उन्हें जिम्मेदार, स्वच्छ और संस्कारी इंसान बनाएंगी। साथ ही, टाइम मैनेजमेंट और माता-पिता से संवाद करने की आदत भी विकसित होगी।

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By Nutan Bhatt

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bacho me dalni chahiye ye adate

 Good habits for kids; बचपन ही वह समय होता है जब बच्चों की नींव मजबूत की जाती है। जैसे विषयों पर अगर माता-पिता शुरू से ध्यान दें, तो बच्चे बड़े होकर समझदार, जिम्मेदार और संस्कारी बनते हैं। खासतौर पर जब बच्चा स्कूल से घर लौटता है, तो वह थका हुआ होता है और आराम चाहता है। ऐसे समय में उसे कुछ जरूरी आदतें सिखाना बेहद जरूरी होता है, जिससे उसका रोज़ का रूटीन अच्छा बन सके और वो छोटी-छोटी जिम्मेदारियों को निभाना सीख जाए।

इस लेख में हम आपको 5 जरूरी आदतों के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें बच्चों को स्कूल से घर लौटने के बाद (Good habits for kids, After school routine for kids, Discipline tips for kids) जरूर सिखाना चाहिए।

बच्चों को स्कूल से लौटने के बाद सिखाएं ये 5 जरूरी अच्छी आदतें

1. स्कूल बैग और सामान को व्यवस्थित करना

जब बच्चा स्कूल से घर आता है, तो सबसे पहले उसे अपने बैग से किताबें निकालकर उन्हें सही जगह पर रखना सिखाएं।

  • इससे उसे खुद की चीज़ों का ख्याल रखना आएगा।
  • उसे सिखाएं कि हर चीज़ का एक तय स्थान होता है और पढ़ाई के बाद उसे वहीं रखना चाहिए।
  • इससे वह समय का सही उपयोग करना भी सीख जाएगा।

बच्चे को यह समझाएं कि खुद की चीज़ों की जिम्मेदारी लेना एक अच्छा गुण है।

2. हाथ और चेहरा धोने की आदत डालना

स्कूल में बच्चा कई लोगों के संपर्क में आता है, इसलिए स्कूल से लौटते ही हाथ-पैर और चेहरा धोना बहुत जरूरी है।

  • इससे बीमारियों से बचाव होगा।
  • साफ-सफाई की अहमियत उसे बचपन से समझ में आएगी।

उसे यह भी बताएं कि खाना खाने से पहले हाथ धोना कितना जरूरी है।

3. लंच बॉक्स खुद बैग से निकालना

यह एक छोटी-सी आदत है, लेकिन यह बच्चे में जिम्मेदारी की भावना जगाने में मदद करती है।

  • लंच बॉक्स खुद निकालने से उसे खुद के काम करने की आदत लगेगी।
  • यह काम वो खुद करना सीखेगा, जो आत्मनिर्भरता की शुरुआत है।

उसे अपने कामों में भागीदार बनाइए, वह खुद को महत्वपूर्ण समझेगा।

4. समय का सही उपयोग करना सिखाएं

स्कूल से आने के बाद बच्चों को सिर्फ टीवी या मोबाइल तक सीमित न रहने दें।

  • उन्हें खेल, पढ़ाई, आराम और खानपान के लिए एक रूटीन सिखाएं।
  • टाइम टेबल बनाएं और उसमें उनकी मदद लें ताकि उन्हें समय प्रबंधन आ सके।

उसे बताएं कि हर काम का एक सही समय होता है और टाइम का सदुपयोग जीवन को बेहतर बनाता है।

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5. माता-पिता से बातचीत करना सिखाएं

जब बच्चा दिनभर स्कूल में रहता है, तो वह कई अनुभव करता है।

  • उसे प्रोत्साहित करें कि वह दिनभर की बातें आपसे शेयर करे।
  • इससे वह खुलकर बोलना सीखेगा और आपके साथ उसका रिश्ता मजबूत होगा।
  • वह आपकी बातों को भी सीरियसली लेना शुरू करेगा।

बच्चे के साथ हर दिन थोड़ी देर बातचीत जरूर करें, यह आपके रिश्ते को गहराई देगा।

FAQs – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

Q. क्या बच्चे को रोज टोकना सही है?
A. रोज़ टोकना नहीं, बल्कि प्यार से बार-बार समझाना बेहतर होता है।

Q. क्या मोबाइल देना बिल्कुल बंद कर देना चाहिए?
A. नहीं, लेकिन समय तय करें और निगरानी रखें। साथ ही क्रिएटिव एक्टिविटीज में लगाएं।

Q. अगर बच्चा बात नहीं करता तो क्या करें?
A. बातचीत की शुरुआत खुद करें, उसकी बातों को ध्यान से सुनें और जवाब दें।

निष्कर्ष

बच्चों की अच्छी आदतें वही होती हैं जो बचपन से ही सिखाई जाएं। स्कूल से लौटने के बाद के 1-2 घंटे बेहद खास होते हैं, जिसमें आप उन्हें सफाई, जिम्मेदारी, समय प्रबंधन और पारिवारिक रिश्तों की अहमियत सिखा सकते हैं। अगर आप इन 5 आदतों को उनके रूटीन में शामिल कर देंगे, तो यकीन मानिए – आपका बच्चा संस्कारी, जिम्मेदार और समझदार बनेगा।

Author
Nutan Bhatt
मैं नूतन भट्ट हूँ, शिवांग की माँ और mumbabysparsh.com की संस्थापक। एक नई माँ के रूप में, मैंने अपनी मातृत्व यात्रा के दौरान सीखे गए सबक और अनुभवों को साझा करने का फैसला किया। मेरा लक्ष्य है अन्य नई माओं को प्रेरित करना और उनकी मदद करना, ताकि वे इस चुनौतीपूर्ण और खुशियों भरी यात्रा में आत्मविश्वास से आगे बढ़ सकें। मेरे लेख बच्चों की देखभाल, स्वास्थ्य, और मातृत्व के सुखद अनुभवों पर केंद्रित हैं, सभी को हिंदी में सरल और सुगम भाषा में प्रस्तुत किया गया है। मैं आशा करती हूँ कि मेरे विचार और सुझाव आपकी मातृत्व यात्रा को और अधिक खुशहाल और सुगम बनाने में मदद करेंगे।

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