How to increase breast milk: एक औरत के लिए माँ बनना आसान नहीं होता। जब वह एक बच्चे (शिशु) को जन्म देती है तो उसी के साथ-साथ उसका भी दूसरा जन्म होता है। कई परेशानियों और दर्द को झेलने के बाद जब एक माँ अपने बच्चे को देखती है तो वह अपना सारा दर्द भूल जाती है। नवजात शिशु के जन्म के बाद सबसे ज्यादा शिशु को एक माँ की आवश्यकता होती है क्यूंकि माँ ही बच्चे को स्तनपान (Breast feeding) करवाती है। लेकिन कई बार न्यू मॉम्स को डिलीवरी के बाद उसी समय से दूध नहीं बन पाता या कम बनता है।
दोस्तों आपको बता दूँ, यही दिक्कत मेरे साथ भी हुई थी। मेरी डिलीवरी के बाद से कुछ दिन तक मुझे भी ब्रैस्ट में दूध नहीं बना जिस कारण मुझे अपने न्यू बोर्न को फार्मूला मिल्क देना पड़ा था लेकिन मैंने हार नहीं मानी और ब्रेस्टमिल्क बढ़ाने (Maa Ka Dudh Badhane Ke Upaay) के लिए कई ऐसी चीजे खाई जिससे मेरा मिल्क प्रोडक्शन काफी अच्छा हुआ। चलिए आज में आपको उन्ही सभी आहार की जानकारी देने जा रही हूँ जिससे न्यू मॉम्स को कुछ ही दिन में अधिक मात्रा में दूध बनने लगेगा।
नवजात शिशु को करवाएं बार बार फीडिंग
जितनी भी न्यू मॉम्स है चाहे आपका दूध कम बन रहा हो या ब्रेस्ट मिल्क नहीं बन रहा हो फिर भी आपको कोशिश करनी होगी कि आप उन्हें फार्मूला मिल्क देने से पहले अपना ब्रेस्ट फीड अवश्य दें। क्यूंकि जब बच्चा आपके ब्रेस्ट को suck (चूसेगा) उतना ही आपके ब्रेन को सिग्नल जायेगा जिसके बाद आपके ब्रैस्ट मिल्क की सप्लाई बढ़ने लगेगी। इसी के साथ आप अच्छा अच्छा खाएंगी तो आप मिल्क प्रोडक्शन तेजी से होगा। साथ ही न्यू मॉम्स दूध निकालने के लिए ब्रैस्ट पंप का इस्तेमाल भी कर सकती है।
आपको बता देते है अमेरिका में रहने वाली डॉक्टर क्रिस्टीना समिल्ली जो की एक लैक्टेशन कंसलटेंट और एक रिसर्चर है। उन्होंने ब्रेस्टमिल्क को बढ़ाने के लिए कई तरह के टेक्नीक बताये है जिसमे न्यू मॉम्स को इमोशनली और फिजिकली खुद का ध्यान रखने को कहा, इसी के साथ उन्होंने माताओं को स्ट्रेस न लेने की सलाह दी साथ ही उन्होंने गलैक्ट (galact) पाउडर दूध के साथ पीने की सलाह दी।
बता दें, गलैक्ट एक नेचुरल चीजों से मिलकर बनाया गया है। इसमें कई ऐसे इंग्रेडेन्ट्स जैसे: सतावरी (दूध बढ़ने की आयुर्वेदिक दवा), सस्फेद जीरा, विदारिका, सोवा, गोक्षुर पंचांग, यष्टिमधु आदि शामिल है जिससे आपको ब्रैस्ट मिल्क की सप्लाई बढ़ने में मदद मिलती है।
इन सभी कारणों से बनता है ब्रेस्टमिल्क कम
आज के समय में न्यू मॉम्स में कम ब्रेस्टमिल्क बनना बहुत ही सामान्य हो गया है जिसके कारण बच्चे को पूरा नुट्रिशन नहीं मिल पाता। चलिए जानते है ब्रेस्टमिल्क कम बनने के कारण
1 . हार्मोनल डिस्बैलेंस : न्यू मॉम्स में ब्रेस्टमिल्क कम बनने का एक कारण हो सकता है आपके शरीर में हो रहे हार्मोनल असंतुलन। इससे व्यक्ति के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में प्रभाव पड़ता है।
2 . पोषण की कमी: न्यू मॉम्स के खान-पान में पोषक तत्वों की कमी होना, जैसे कि प्रोटीन, विटामिन, और मिनरल्स, ब्रेस्टमिल्क की मात्रा को कम कर सकता है। इसके लिए आपको भरपूर मात्रा में अच्छा खानपान करना जरुरी है।
3. तनाव और थकावट: अगर आप परेशान रहती है या आपको थकान रहती है तो यह कारण भी ब्रेस्टमिल्क की उत्पादन (Production) को कम कर सकते हैं।
4 . दवाओं का सेवन: कुछ महिलाओँ को थाइरोइड, Pcos, डायबेटिज़ आदि की समस्या होती है जिसकी वह दवा कहती है। लेकिन आपको बता दें इनका सेवन भी ब्रेस्टमिल्क की मात्रा को कम कर सकता है।
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डिलीवरी के बाद दूध ना आये तो करें ये उपाय
अगर आप भी एक नई मॉम है और आप भी चाहती है कि आपका ब्रेस्टमिल्क आपके बच्चे के लिए पर्याप्त हो तो आज में आपको ब्रेस्टमिल्क बढ़ाने के लिए किन चीजों को खाये उसकी जानकारी यहाँ देने जा रही हूँ। आपको बता दूँ मैंने अपने डिलीवरी के बाद इन सभी चीजों का सेवन किया जिसके बाद मेरा ब्रेस्टमिल्क बढ़ने लगा।
- सुबह उठकर पिए सौंफ, अजवाइन, जीरा व मेथी दाने का पानी: डिलीवरी के बाद यदि आप इन सभी चीजों को 1-1 चम्मच उबाल कर का पानी पीती है तो इससे भी आपके ब्रेस्टमिल्क बढ़ने में बहुत ही मदद मिलेगा। मां का दूध बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा.
- न्यू मॉम्स खाये आटे का हलवा : जी हां, आटे का हलवा आपके शरीर के लिए गर्म होता है और यह दूध बढ़ाने का भी काम करता है। आप जिस तरह सूजी का हलवा बनाते है ठीक उसी तरह आटे का हलवा बनाएं और इसमें आप चीनी की जगह गुड़ का इस्तेमाल करें जिससे आपको और अधिक फायदा मिलेगा।
- ब्रेस्टमिल्क बढाने के लिए पिए लिक्विड : न्यू मॉम्स को ब्रेस्टमिल्क बढ़ाने के लिए ज्यादा से ज्यादा लिक्विड अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए। आपको दूध, जूस, 8 से 10 गिलास पानी जरूर पीना चाहिए।
- न्यू मॉम्स के लिए जरुरी है पूरी नींद: पूरी नींद लेना भी मां के मिल्क को बढ़ाने में मदद कर सकता है। आपको कोशिश करनी चाहिए की आप समय-समय पर नींद अवश्य ले।
- पपीते का करें सेवन: आपको बता दूँ, वैसे तो आप सभी फ्रूट्स (फल) खाएं लेकिन अगर आप पपीते का सेवन रोजाना करते है तो इससे आपका ब्रेस्टमिल्क बढ़ता है और साथ ही आपके बालों को भी अच्छा पोषण मिलता है।
- स्तन (ब्रेस्टमिल्क) की सेल्फ-मसाज: न्यू मॉम्स अपने ब्रैस्ट की सेल्फ-मसाज कर सकती है और साथ ही गरम पानी से उन्हें सेक सकती है इससे मां के शरीर में मिल्क का निर्माण बढ़ सकता है।
- ब्रेस्टपंप का करें प्रयोग : यदि आपको कम ब्रेस्टमिल्क बनता है तो आप ब्रेस्टपंप का प्रयोग कर सकते है इससे आपकी ब्रैस्ट की नशें खुलती है और मिल्क प्रोडक्शन बढ़ता है।
- बच्चे को करवाएं स्तनपान (ब्रेस्टफीडिंग): आपको बता देते है अगर आपको डिलीवरी के बाद ब्रेस्टमिल्क नहीं बन रहा या कम बन रहा है तो आप अपने बच्चे को ब्रैस्ट suck अवश्य करवाएं। जितनी बार शिशु आपके ब्रेस्टमिल्क को चूसेगा उतना ही आपके दिमाग को सिग्नल जायेगा। जिससे आपका मिल्क धीरे-धीरे बढ़ने लगेगा। आपको अपने बच्चे को बारी बारी दोनों ब्रैस्ट से फीड करवाना जरुरी है।
- खाने में प्रोटीन युक्त आहार शामिल करें: न्यू मॉम्स को डिलीवरी के बाद दूध बढ़ने के लिए खाने में पनीर, सोयाबीन बडी, मीट, मछली, अंडा, डेरीप्रोडक्ट्स, लहसुन आदि को शामिल करना चाहिए इससे माँ का दूध का उत्पादन बढ़ता है।
- हल्दी वाला दूध : डिलीवरी के बाद दूध ना आये तो आपको हल्दी वाला दूध का सेवन करना चाहिए। इससे आपको स्तन में दूध बढ़ने में मदद मिलेगी।
- हरी पत्तेदार सब्जियाँ: पालक, मेथी, सरसों के पत्ते आदि आयरन और कैल्शियम से भरपूर होते हैं और ये दूध उत्पादन के लिए फायदेमंद हैं।
दूध पिलाने वाली न्यू मॉम्स को क्या नहीं खाना चाहिए ?
जो भी न्यू मॉम्स है उन्हें अपने खाने का खासतौर पर ध्यान रखने की जरूरत होती है यदि आपका बच्चा दूध पीता है। क्यूंकि कई ऐसी चीजे है जिन्हे खाकर आपको गैस की समस्या हो सकती है और इससे आपके बच्चे को भी गैस हो सकती है। चलिए जानते है कि आप क्या ना खाएं
- खट्टे फल
- तला भुना खाना
- जंक फ़ूड
- गैस बनाने वाली सभी जैसे: पत्ता गोभी, बीन्स, राजमा, छोले आदि
- कैफीन वाले पदार्थ
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