
6 month baby ka diet chart: अपने 6 महीने के बच्चे को खिलाएं यह सभी चीजें
6 महीने के बच्चे को सॉलिड फूड (ठोस आहार) की शुरुआत करने का सही समय होता है, क्योंकि इस समय तक बच्चे का पाचन तंत्र ठोस भोजन को संभालने के लिए पर्याप्त रूप से विकसित हो जाता है।
6 महीने के बच्चे को सॉलिड फूड (ठोस आहार) की शुरुआत करने का सही समय होता है, क्योंकि इस समय तक बच्चे का पाचन तंत्र ठोस भोजन को संभालने के लिए पर्याप्त रूप से विकसित हो जाता है।
गर्भवती महिलाओं के लिए हवन करना एक धार्मिक अनुभव हो सकता है, लेकिन क्या यह स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित है? इस लेख में हम आपको हवन के लाभ और खतरों के बारे में बताएंगे, साथ ही सही तरीके से हवन करने की महत्वपूर्ण बातें भी साझा करेंगे।
'W' बैठने की स्थिति, जहां बच्चे अपने पैरों को बाहर की ओर मोड़कर घुटनों के नीचे घुमा लेते हैं, एक सामान्य और स्वाभाविक मुद्रा लग सकती है, लेकिन विशेषज्ञ इस पर चेतावनी दे रहे हैं। हालांकि यह स्थिति बच्चों के लिए आरामदायक हो सकती है,
प्रेगनेंसी में बाईं करवट सोना आपके और आपके शिशु के स्वास्थ्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। एक महिला को प्रेगनेंसी के दौरान कैसे सोना चाहिए इसका चयन वह लेख के जरिये जान सकती है ।
Parenting Mistakes That Make Kids Weak:पेरेंटिंग में की गई कुछ सामान्य गलतियां, जैसे बच्चों की तुलना करना, उनकी भावनाओं को नजरअंदाज करना और अत्यधिक सख्ती, उनके भविष्य को प्रभावित कर सकती हैं। इस लेख में जानें, सही पेरेंटिंग के उपाय और बच्चों के साथ एक मजबूत संबंध बनाने के तरीके।
प्रेगनेंसी के दौरान सही पोषण का महत्व और भी अधिक हो जाता है क्योंकि इस समय महिला का शरीर न केवल अपनी आवश्यकताओं को पूरा कर रहा होता है बल्कि गर्भ में पल रहे शिशु की आवश्यकताओं को भी पूरा करना होता है। pregnancy mai kela khane ke fayde
शिशुओं के हाथ-पैर कांपना अक्सर सामान्य होता है और नवजातों में तंत्रिका तंत्र के विकास का हिस्सा हो सकता है। यह ठंड, भूख, या मांसपेशियों के अनैच्छिक झटकों जैसे कारणों से हो सकता है। हालांकि, यदि यह लगातार या अन्य लक्षणों के साथ हो, तो डॉक्टर से परामर्श लेना जरूरी है
Habits Of Well Raised Kids: इस लेख में हमने 5 महत्वपूर्ण आदतों पर चर्चा की है, जो अच्छी परवरिश का बेहतरीन उदाहरण हैं। सकारात्मक संवाद, नियमितता, स्वस्थ आहार, स्वच्छता, और सकारात्मक सोच से बच्चे शारीरिक, मानसिक, और सामाजिक रूप से स्वस्थ बनते हैं। ये आदतें न केवल उनके वर्तमान विकास में सहायक हैं, बल्कि उन्हें भविष्य में जिम्मेदार और आत्मनिर्भर इंसान बनाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
parenting guide: अगर आपका बच्चा भी आपकी बात इग्नोर कर देता है या बार-बार कहने पर भी वह काम नहीं करता, तो पेरेंटिंग का ये ट्रिक(Parenting trick) आपके काम आएगा. इस इस ट्रिक की मदद से आप उसे झट से काम करने के लिए मजबूत कर सकते हैं, और वह मजे-मजे से आपकी हर बात मानेगा.
बाजार में मिलने वाले पैकेज्ड सेरेलैक में कई बार संरक्षक और एडिटिव्स होते हैं, जो बच्चे के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं। लेकिन होममेड सेरेलैक बना के आप अपने बच्चे को इन सब से बचा सकते है।