Parenting Tips: बिना वजह रोना और गुस्सा? बच्चों के ऐसे बिहेवियर को कैसे संभालें

Parenting Tips: इस लेख में बताया गया है कि बच्चे बिना वजह क्यों रोते या गुस्सा करते हैं और माता-पिता किस तरह से उन्हें शांत करने के लिए आसान और असरदार तरीके अपनाकर स्थिति को संभाल सकते हैं।

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By Nutan Bhatt

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Bacchon Ka Gussa Aur Rona Kaise Sambhalein

Parenting Tips: बच्चों का बिना वजह रोना या अचानक गुस्सा करना बहुत से माता-पिता के लिए परेशानी का कारण बनता है। बच्चों को गुस्से से कैसे शांत करें, बिना वजह रोने वाले बच्चे को कैसे संभालें, या बच्चों के मूड स्विंग्स से कैसे निपटें जैसे सवाल अक्सर हर पेरेंट के मन में होते हैं। दरअसल, छोटे बच्चे अपनी भावनाओं को समझने और व्यक्त करने में सक्षम नहीं होते। ऐसे में उनका रोना या चिड़चिड़ापन स्वाभाविक होता है। इस लेख में हम आपको बताएंगे कुछ आसान टिप्स जिनसे आप अपने बच्चे को प्यार से समझकर उसे शांत कर सकते हैं।

बिना वजह रोने या गुस्सा करने वाले बच्चों को कैसे संभालें? | Bacchon Ka Gussa Aur Rona Kaise Sambhalein

1. बच्चे की परेशानी को समझें – भावनाओं को स्वीकार करें

अगर बच्चा रो रहा है या गुस्से में है, तो सबसे पहले यह जानने की कोशिश करें कि वह ऐसा क्यों कर रहा है।

  • हो सकता है वह भूखा हो, थका हो या उसे कोई दर्द हो
  • कभी-कभी वह सिर्फ ध्यान पाने के लिए ऐसा करता है
  • डांटने की बजाय उसके पास बैठें और पूछें, “क्या हुआ?”
    जब आप बच्चे की भावनाओं को मान्यता देते हैं, तो वह खुद को सुरक्षित महसूस करता है और धीरे-धीरे शांत हो जाता है।

2. भावनाओं को नाम दें – समझने में मदद करें

बच्चे को यह बताना कि वह क्या महसूस कर रहा है, उसे अपनी भावनाओं को पहचानने में मदद करता है।

  • उदाहरण के लिए: “तुम नाराज़ हो क्योंकि तुम्हारा खिलौना टूट गया है?”
  • इससे बच्चा यह समझता है कि उसका गुस्सा या दुख सामान्य है
  • आगे चलकर वह खुद अपनी भावनाओं को अच्छे से व्यक्त करना सीखेगा

3. रोज़ का रूटीन बनाएं – स्थिरता से मन शांत रहता है

बच्चों को एक निश्चित दिनचर्या की बहुत ज़रूरत होती है।

  • सोने, खाने, खेलने और पढ़ाई का समय तय करें
  • इससे बच्चा खुद को सुरक्षित और नियंत्रित महसूस करता है
  • जब दिनचर्या सही होती है, तो चिड़चिड़ापन कम होता है और बच्चा ज्यादा खुश रहता है

4. स्क्रीन टाइम कम करें – दिमाग को दें राहत

बहुत ज्यादा मोबाइल, टीवी या टैबलेट बच्चों के दिमाग पर असर डालते हैं।

  • स्क्रीन टाइम सीमित करें
  • बच्चों को बाहर खेलने, कहानियां सुनाने या पेंटिंग जैसी एक्टिविटीज़ में लगाएं
  • इससे वे अधिक संतुलित और शांत महसूस करते हैं

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5. शांत रहना सिखाएं – खुद भी शांत रहें

जब बच्चा गुस्से में हो, तो उसे तुरंत सजा देने से बचें।

  • गहरी सांस लेना सिखाएं
  • उसे कुछ देर अकेले किसी शांत जगह पर बैठने के लिए कहें
  • खुद भी उस समय शांत रहें ताकि वह आपसे सीख सके
    बच्चा वही करता है जो वह बार-बार देखता है — इसलिए आप खुद उसका उदाहरण बनें।

निष्कर्ष

बच्चों का बिना वजह रोना या गुस्सा करना पूरी तरह सामान्य बात है, लेकिन इसे सही तरीके से हैंडल करना बहुत जरूरी है। बच्चों की भावनाओं को समझें, उन्हें खुलकर बोलने दें, एक स्थिर रूटीन बनाएं और स्क्रीन टाइम कम करें। प्यार और समझदारी से आप उन्हें भावनात्मक रूप से मजबूत बना सकते हैं।

Author
Nutan Bhatt
मैं नूतन भट्ट हूँ, शिवांग की माँ और mumbabysparsh.com की संस्थापक। एक नई माँ के रूप में, मैंने अपनी मातृत्व यात्रा के दौरान सीखे गए सबक और अनुभवों को साझा करने का फैसला किया। मेरा लक्ष्य है अन्य नई माओं को प्रेरित करना और उनकी मदद करना, ताकि वे इस चुनौतीपूर्ण और खुशियों भरी यात्रा में आत्मविश्वास से आगे बढ़ सकें। मेरे लेख बच्चों की देखभाल, स्वास्थ्य, और मातृत्व के सुखद अनुभवों पर केंद्रित हैं, सभी को हिंदी में सरल और सुगम भाषा में प्रस्तुत किया गया है। मैं आशा करती हूँ कि मेरे विचार और सुझाव आपकी मातृत्व यात्रा को और अधिक खुशहाल और सुगम बनाने में मदद करेंगे।

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