
New born care: आज के दौर में जब बच्चे का जन्म होता है, तो माता-पिता अपनी खुशी को अपनों के साथ साझा करने के लिए अक्सर वीडियो कॉल का सहारा लेते हैं। यह खुशी का पल होता है और हर कोई नवजात शिशु को देखने के लिए उत्सुक रहता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह छोटी-सी खुशी आपके बच्चे के लिए नुकसानदायक हो सकती है?
विशेषज्ञों का कहना है कि नवजात शिशु के आसपास मोबाइल फोन का इस्तेमाल उनके मानसिक और शारीरिक विकास को प्रभावित कर सकता है। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि नवजात शिशु के पास मोबाइल का इस्तेमाल क्यों खतरनाक है (shishu ko vedio call karwane ke nuksaan) और इससे कैसे बचा जा सकता है।
नवजात शिशु के पास मोबाइल के नुकसान – Disadvantages of Mobile Usage Near Newborns
1. मानसिक विकास पर असर
डॉक्टरों के अनुसार, मोबाइल फोन से निकलने वाली रेडिएशन नवजात शिशु के दिमाग पर नकारात्मक प्रभाव डालती है। यह रेडिएशन बच्चे के न्यूरॉन्स (मस्तिष्क की कोशिकाएं) के विकास में बाधा डाल सकती है, जिससे उसके सीखने और समझने की क्षमता पर असर पड़ सकता है।
बचाव का तरीका:
- नवजात शिशु के पास मोबाइल फोन का उपयोग करने से बचें।
- शिशु को वीडियो कॉल पर लाने की आदत से बचने का प्रयास करें।
2. ध्यान भटकने का खतरा
जब मां वीडियो कॉल पर बात कर रही होती है, तो उसका पूरा ध्यान स्क्रीन और बातचीत पर होता है। ऐसे में बच्चे की भूख, नींद, रोने या सिर लटकने जैसी जरूरी चीजें अक्सर नजरअंदाज हो जाती हैं। इस स्थिति में बच्चे को चोट लगने या दुर्घटना का खतरा बढ़ जाता है।
बचाव का तरीका:
- जब नवजात शिशु आपके पास हो, तो वीडियो कॉल करने से बचें।
- यदि कॉल करना बहुत जरूरी है, तो पहले बच्चे को सुरक्षित स्थान पर सुलाकर करें।
3. शिशु की नींद पर असर
कुछ माता-पिता सोते समय अपने तकिए या शिशु के सिर के पास मोबाइल फोन रख देते हैं। यह आदत बेहद खतरनाक साबित हो सकती है। मोबाइल फोन से निकलने वाली रेडिएशन शिशु के मस्तिष्क को प्रभावित करती है, जिससे उसकी नींद में बाधा आ सकती है और वह बार-बार जाग सकता है।
बचाव का तरीका:
- बच्चे के सिर के पास मोबाइल फोन बिल्कुल न रखें।
- सोने के समय मोबाइल को बेड से दूर रखें।
4. आई कॉन्टैक्ट में कमी
मोबाइल फोन के रेडिएशन का प्रभाव बच्चे की आंखों पर भी पड़ सकता है। यह उनकी आई-टू-आई कॉन्टैक्ट की क्षमता को प्रभावित कर सकता है, जिससे बच्चा लोगों से कम संपर्क बना पाता है।
बचाव का तरीका:
- नवजात शिशु को मोबाइल स्क्रीन, टीवी और लैपटॉप स्क्रीन से दूर रखें।
- बच्चे के साथ आंखों में आंखें डालकर बात करने की आदत डालें, जिससे उसका आई कॉन्टैक्ट बेहतर हो।
5. इम्यून सिस्टम पर असर
नवजात शिशु का रोग प्रतिरोधक तंत्र (Immune System) कमजोर होता है। मोबाइल फोन पर लगे बैक्टीरिया और वायरस उनके स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
बचाव का तरीका:
- शिशु के आसपास मोबाइल फोन को साफ-सुथरा रखें।
- अपने हाथ धोने के बाद ही बच्चे को गोद में लें, खासकर अगर आपने अभी मोबाइल का उपयोग किया हो।
बॉटल फीड करवाने वाली मां हो जाए सावधान, नवजात को घेर सकती हैं ये समस्याएं
Diet Chart For 6 Month Baby: शिशु के लिए बनाएं यह रेसिपी जिससे आपका बच्चा खायेगा पूरा का पूरा खाना
बच्चे को मोबाइल के नुकसान से कैसे बचाएं?
✅ नवजात शिशु के पास मोबाइल फोन का इस्तेमाल बिल्कुल कम करें।
✅ बच्चे के साथ समय बिताते समय मोबाइल का उपयोग न करें।
✅ रिश्तेदारों को बच्चे को देखने के लिए वीडियो कॉल के बजाय आमंत्रित करके घर बुलाएं।
✅ शिशु को स्क्रीन से पूरी तरह दूर रखें, खासतौर पर जन्म के पहले 2 साल में।
✅ अगर किसी कारणवश वीडियो कॉल करना जरूरी हो, तो इसे 30 सेकंड से कम रखें और फोन को बच्चे से उचित दूरी पर रखें।
निष्कर्ष
नवजात शिशु के आसपास मोबाइल फोन का अधिक उपयोग उसके मानसिक विकास, आंखों के स्वास्थ्य और सामाजिक संपर्क को प्रभावित कर सकता है। माता-पिता को चाहिए कि वे अपनी खुशी में बच्चे की सुरक्षा को नजरअंदाज न करें। बेहतर होगा कि बच्चे के जन्म के बाद रिश्तेदारों से मिलने-जुलने का विकल्प अपनाएं, जिससे आप अपनी खुशी भी साझा कर सकें और बच्चे का स्वास्थ्य भी सुरक्षित रहे।
इसे भी पढ़े: बच्चा बदतमीजी कर रहा है? गुस्सा नहीं, इन 7 पॉजिटिव तरीकों से सिखाएं इज्जत से पेश आना, बर्ताव में आएगा सुधार