अपने शिशु के लिए घर पर इन 12 तरीकों से बनाएं स्वस्थ आहार, डायटीशियन से जानें इनके बारे में

अपने शिशु के लिए घर पर बनाएं 12 स्वस्थ और स्वादिष्ट आहार, जो उनके शारीरिक और मानसिक विकास में मदद करेंगे। डायटीशियन के सुझावों के साथ तैयार किए गए ये सरल और पौष्टिक विकल्प शिशु को पोषण प्रदान करेंगे और उनकी इम्युनिटी को भी मजबूत बनाएंगे। जानें फलों की प्यूरी, ओटमील, और सब्जियों के मिश्रण जैसे आहारों को घर पर आसानी से बनाने के तरीके।

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By Nutan Bhatt

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healthy food for baby

shishu ke liye swasth aahar : शिशु के जन्म लेने के बाद उसके लिए सबसे पहला आहार मां का दूध होता है। यह शिशु के लिए सबसे पौष्टिक और महत्वपूर्ण आहार है। शुरुआती महीनों में, केवल मां का दूध ही शिशु की जरूरतों को पूरा करता है। लेकिन जब शिशु 5-6 महीने का हो जाता है, तो उसे ठोस आहार देना शुरू किया जा सकता है। यह जरूरी है कि बच्चे को उसकी उम्र के अनुसार और धीरे-धीरे नई चीजें खाने की आदत डलवाई जाए। इससे उसका शारीरिक और मानसिक विकास तेज़ी से होगा।

बच्चे की उम्र के अनुसार सही आहार का चयन बहुत महत्वपूर्ण है। शुरुआत में हल्का और मीठा भोजन देना सही होता है, क्योंकि बच्चे इसे आसानी से पचा सकते हैं और इसे पसंद भी करते हैं। फल, जो प्राकृतिक रूप से मीठे होते हैं, शिशु के लिए आदर्श हैं। आप अलग-अलग फलों (6 se 12 mahine ke bache ke liye food receipe) का उपयोग करके शिशु के लिए स्वादिष्ट और पोषक भोजन तैयार कर सकते हैं।

6 से 9 महीने के बच्चों के लिए आहार

1. ओटमील और केला

ओटमील शिशुओं के लिए एक पूर्ण आहार है। इसे पौष्टिक और स्वादिष्ट (healthy food for baby) बनाने के लिए इसमें केला मिलाया जा सकता है। केले में पोटैशियम और कई पोषक तत्व होते हैं, जो बच्चे के विकास में मदद करते हैं। इसका मीठा स्वाद बच्चों को बहुत पसंद आता है।

baby food

2. सेब और नाशपाती

सेब और नाशपाती हर मौसम में उपलब्ध होते हैं और इनमें फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इन दोनों को मिलाकर शिशु के लिए एक सॉफ्ट और पौष्टिक डिश तैयार की जा सकती है। यह डिश बच्चे को जरूरी न्यूट्रीशन देने के साथ-साथ उनके पाचन को भी बेहतर बनाएगी।

3. दाल और गाजर

दाल प्रोटीन और आयरन का अच्छा स्रोत है, जबकि गाजर में मिनरल्स और विटामिन भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। दाल और गाजर का मिश्रण शिशु के लिए एक हेल्दी और स्वादिष्ट विकल्प है।

4. सेब और तरबूज

गर्मी के दिनों में तरबूज शिशु को ठंडक प्रदान करता है और उनके शरीर में पानी की कमी को पूरा करता है। इसे सेब के साथ मिलाकर शिशु को खिलाने से न केवल स्वाद बढ़ेगा, बल्कि यह एक पोषण से भरपूर डिश भी होगी।

baby food for 6 to 12 months baby

9 से 12 महीने के बच्चों के लिए आहार

इस उम्र तक आते-आते, बच्चों के पसंद-नापसंद के बारे में समझने लगते हैं। अब उनके आहार में फलों के साथ-साथ सब्जियां भी शामिल की जानी चाहिए।

5. एवोकाडो और तोरी

एवोकाडो विटामिन ई और ओमेगा फैटी एसिड का अच्छा स्रोत है, जबकि तोरी में फाइबर और विटामिन ए, सी भरपूर मात्रा में होते हैं। इन दोनों को मिलाकर एक हेल्दी डिश तैयार की जा सकती है।

6. केला और आम

आम विटामिन ए से भरपूर होता है, जो शिशु की आंखों और त्वचा के विकास में मदद करता है। केला और आम का मिश्रण न केवल स्वादिष्ट होता है, बल्कि यह बच्चों के विकास के लिए भी बहुत फायदेमंद है।

7. कीवी, तरबूज और सेब

कीवी, तरबूज और सेब का मिश्रण शिशु के लिए एक स्वादिष्ट और पोषण से भरपूर विकल्प है। इन फलों में मौजूद विटामिन्स और मिनरल्स बच्चे की इम्युनिटी को बढ़ाते हैं।

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8. आम, संतरा और सेब

आम, संतरा और सेब को मिलाकर बनाई गई प्यूरी शिशु के लिए एक पौष्टिक विकल्प है। संतरे में मौजूद विटामिन सी इम्युनिटी को मजबूत बनाता है और बच्चे को बीमारियों से बचाता है।

12 महीने से ऊपर के बच्चों के लिए आहार

जब बच्चा एक साल का हो जाता है, तो उसे लगभग सभी प्रकार के खाद्य पदार्थ खाने की आदत डलवाई जा सकती है। आप उनके आहार में नए-नए फलों और सब्जियों को शामिल कर सकते हैं।

9. कीवी, स्ट्रॉबेरी और केला

स्ट्रॉबेरी विटामिन सी का बेहतरीन स्रोत है, जबकि कीवी और केला भी पोषण से भरपूर होते हैं। इन तीनों को मिलाकर तैयार किया गया भोजन शिशु के लिए एक हेल्दी और टेस्टी ऑप्शन है।

10. आम, नाशपाती और स्ट्रॉबेरी

आम, नाशपाती और स्ट्रॉबेरी का मिश्रण शिशु के लिए एक स्वादिष्ट डिश बनाता है। इसमें विटामिन सी की भरपूर मात्रा होती है, जो बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक है।

11. चेरी, नाशपाती और केला

चेरी में एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन ए और विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। नाशपाती और केले के साथ मिलाकर इसे शिशु को दिया जा सकता है, जो पाचन को बेहतर बनाएगा।

12. फिश और ब्रोकली

फिश प्रोटीन और ओमेगा फैटी एसिड का अच्छा स्रोत है। ब्रोकली में विटामिन सी, ए और ई होते हैं। इन दोनों का संयोजन शिशु के लिए बेहद पौष्टिक है। हालांकि, फिश कम मात्रा में और सावधानीपूर्वक खिलाई जानी चाहिए।

महत्वपूर्ण सुझाव

  • शिशु के आहार में हमेशा ताजा और प्राकृतिक खाद्य पदार्थ शामिल करें।
  • किसी भी नए आहार को शामिल करने से पहले बच्चे की प्रतिक्रिया पर ध्यान दें।
  • यदि किसी भोजन से एलर्जी का संकेत मिले, तो उसे तुरंत बंद कर दें और डॉक्टर से परामर्श लें।
  • बच्चों को धीरे-धीरे नई चीजें खिलाने की आदत डालें और हर दिन कुछ नया आजमाएं।

इन सुझावों और आहार विकल्पों के जरिए आप अपने शिशु को स्वस्थ और खुशहाल बना सकते हैं। सही पोषण न केवल उनके शारीरिक विकास में मदद करता है, बल्कि मानसिक विकास को भी बढ़ावा देता है।

निष्कर्ष

शिशुओं के लिए सही और पौष्टिक आहार का चुनाव उनकी शारीरिक और मानसिक विकास में अहम भूमिका निभाता है। घर पर तैयार किए गए स्वस्थ आहार, जैसे कि फलों की प्यूरी, सब्जियों के मिश्रण, और ओटमील जैसे विकल्प, न केवल शिशु के लिए स्वास्थ्यवर्धक होते हैं, बल्कि उन्हें ताजगी और पोषण भी प्रदान करते हैं। हर मां को चाहिए कि वह शिशु के आहार में ताजे और प्राकृतिक खाद्य पदार्थ शामिल करे। साथ ही, नए आहार शुरू करने से पहले शिशु की प्रतिक्रिया और एलर्जी के संकेतों पर ध्यान देना चाहिए। सही पोषण और संतुलित आहार शिशु के समग्र विकास का आधार है।

Author
Nutan Bhatt
मैं नूतन भट्ट हूँ, शिवांग की माँ और mumbabysparsh.com की संस्थापक। एक नई माँ के रूप में, मैंने अपनी मातृत्व यात्रा के दौरान सीखे गए सबक और अनुभवों को साझा करने का फैसला किया। मेरा लक्ष्य है अन्य नई माओं को प्रेरित करना और उनकी मदद करना, ताकि वे इस चुनौतीपूर्ण और खुशियों भरी यात्रा में आत्मविश्वास से आगे बढ़ सकें। मेरे लेख बच्चों की देखभाल, स्वास्थ्य, और मातृत्व के सुखद अनुभवों पर केंद्रित हैं, सभी को हिंदी में सरल और सुगम भाषा में प्रस्तुत किया गया है। मैं आशा करती हूँ कि मेरे विचार और सुझाव आपकी मातृत्व यात्रा को और अधिक खुशहाल और सुगम बनाने में मदद करेंगे।

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