चाहे न्यू मॉम्स हो या एक अनुभवी मॉम। मेरी तरह आप सभी के मन में भी यह ख्याल तो जरूर आता होगा कि आप किस उम्र तक अपने बच्चों को अपना ब्रेस्टमिल्क पीला सकती है। यह तो मान और देखा गया है कि चाहे आप अपने बच्चे को गाय का दूध देती है या फार्मूला मिल्क लेकिन आपके बच्चे के सबसे जरुरी माँ का दूध यानि ब्रेस्टमिल्क ही सर्वोत्तम है। आप अपने बच्चे को ब्रेस्टफीडिंग कब तक कराएं यह कई चीजों पर भी डिपेंड करता है।
बच्चे को मां का दूध कितने साल तक पिलाना चाहिए
ब्रेस्टफीडिंग की बात करें तो आप अपने शिशु को 1 या 2 साल तक भी स्तनपान करवा सकती है। साथ ही यह आपके बच्चे की आयु और आपके ब्रेस्ट में कितना ब्रेस्टमिल्क बन रहा है उस पर भी निर्भर करता है। आपका शिशु 10 से 20 तक ब्रेस्टफीड कर सकता है। आज में आपको अपने लेख में यह सभी जानकारी देने जा रही हूँ कि आप कब तक शिशु को ब्रेस्टमिल्क दे सकती है (Ma Ko Kab Tak Bache Ko Stanpaan Karana Chahiye) और आपके शिशु से लेकर बड़े बच्चे को दूध पीने में कितना समय लगता है।
बच्चों को एक दिन में कितनी बार ब्रेस्टमिल्क पिलाना चाहिए?
आपको बता देते है चाहे नवजात शिशु हो या बड़ा बच्चा सबका अपना अपना अनुभव होता है यदि बात करें
नवजात शशु:
अगर आपका नवजात शिशु है तो आपको कम से कम हर 2 से 3 घंटे में आपको शिशु को 15 से 20 मिनट तक ब्रैस्टमिल्क अथवा फार्मूला मिल्क पिलाना चाहिए। इसी के साथ यदि आप अपने शिशु को ब्रेस्टफीड करवाते है तो आपको यह कोशिश करनी चाहिए कि आप रात में भी बच्चे को अपना दूध ही पिलाये इससे आपके स्तन का दूध भी बढ़ेगा जो आपके बच्चे को कई नूट्रिशन प्रदान करेगा।
इसी के साथ हर एक माँ को यह ध्यान में जरूर रखना चाहिए कि आपका ब्रेस्टमिल्क आपके बच्चे को पूरा हो रहा हो। आप इस बात का अंदाजा शिशु के बढ़ते बजन व गीला डायपर होने से लगा सकते है।
3 से 4 महीने के बच्चे को :
जब तक बच्चा नवजात होता है तो उसे दूध पीने में काफी समय लगता है क्यूंकि वह उस समय सीखने की प्रकिया में होता है जिसके बाद जब आपका बच्चा 3 से 4 महीने का हो जाता है तो आप एक बात पर गौर करेंगे कि आपका बच्चा दूध पीने में कम समय लगता है यानि आपका बच्चा 10 से 15 मिनट के अंदर ब्रेस्टमिल्क पी लेता है।
6 से 9 महीने के बच्चे को :
जब बच्चा 6 महीने का हो जाता है तो उसके बाद उसे धीरे-धीरे दूध के साथ सॉलिड भी खिलाना शुरू किया जाता है। इस के साथ वह बढ़ती उम्र में खेलना और घूमना अधिक पसंद करते है जिसके कारण वह ब्रेस्टमिल्क कम कम पीते है और फिर खेलने लगते है, लेकिन बच्चे रात को ब्रेस्टमिल्क पीने में काफी टाइम लगाते है। ऐसे में यदि आपका बच्चा 6 महीने का है तो आप उसे दूध के साथ ठोस आहार भी दे जिससे उसका पेट हमेशा भरा रहे।
1 से 2 साल तक के बच्चे:
आपको यह तो जानकारी होगी कि जब तक आपका ब्रेस्टमिल्क बन रहा है आप तब तक अपने बच्चे को स्तनपान करवा सकती है फिर चाहे वह 1 साल का हो 2 या 3 साल का, क्यूंकि बच्चे के लिए माँ का दूध बेहद ही आवश्यक होता है। 1 साल व उससे अधिक के बच्चे ब्रेस्टमिल्क पीना बहुत कम कर देते है क्यूंकि वह अब दूध ही दूध पर निर्भर नहीं रहते है। बच्चों को 1 साल के बाद ठोस आहार देना उनके विकास का बहुत बड़ा हिस्सा होता है।
2 साल तक ब्रेस्टफीडिंग जरुरी
हर एक माँ को कोशिश करना चाहिए कि आपका बच्चा 2 साल तक आपका दूध पिए। माँ के दूध में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट्स, फैट, विटामिन आदि जैसे नुट्रिएंट्स पाएं जाते है। माँ के दूध से बच्चे के शरीर में मांसपेशिया, हड्डियाँ और अन्य अंग मजबूत होते है व उनका सही विकास होता है।
बच्चे के विकास के लिए बच्चे को पर्याप्त दूध जरुरी
जानकारी के लिए बता दें, बच्चों के विकास के लिए पर्याप्त दूध होना जरुरी है। इससे बच्चे का तेजी से विकास होता है। हर एक माँ को यही कोशिश करनी चाहिए कि उसका बच्चा अच्छे से ब्रेस्टफीड कर रहा हो और यदि आपका दूध बच्चे को पूरा नहीं हो रहा तो आप बच्चे को फार्मूला मिल्क पिला सकते है। अगर आपका बच्चा 6 महीने से नीचे है तो उसे आप बाहर का दूध ना दें केवल ब्रेस्टमिल्क और फार्मूला मिल्क दें।
डिलीवरी होने के पश्चात कई महिलाएं ऐसी होती है जिन्हे ब्रेस्टमिल्क कम बनता है जिससे आपके शिशु को सही से माँ का दूध नहीं मिल पाता। ऐसे में यदि आप को भी ब्रेस्टमिल्क कम बनता है तो आप इन घरेलू उपाय के अपनाकर अपना ब्रेस्टमिल्क प्रोडक्शन बड़ा सकती है- Breast milk kaise badhaye: क्या डिलीवरी के बाद आपका भी ब्रेस्टमिल्क नहीं बन रहा है? इसे खाने से बनने लगेगा आपके शिशु के लिए ढेर सारा दूध
बढ़ते बच्चे के साथ अपनी ब्रेस्टफीडिंग रूटीन कैसे एडजस्ट करें
जैसे-जैसे शिशु बड़े होने लगते है उनका रूटीन भी समय के बदलता रहता है। ऐसे में आपको भी अपने बच्चे के अनुसार ब्रेस्टफीडिंग का रूटीन चेंज करना आवश्यक है। जब आपका बच्चा अच्छे से और सही तरीके से ब्रेस्टफीडिंग कर रहा है और अच्छे से ब्रैस्ट को चूस रहा है तो उसे तब तक ब्रेस्टफीड करने दें जब तक वह खुद से ब्रैस्ट को चूसना बंद ना कर दें।
अगर आपका बच्चा दूध पीते पीते सो जाएँ या दूध पीना बंद कर दें तो आप उसके मुँह से ब्रैस्ट हटा सकते है इसके बाद आप उसे डकार दिला के बच्चे का डायपर बदल सकते है। अगर आपका बच्चे का पेट नहीं भर रहा तो आप उसे दूसरा स्तन दे।
बच्चे को कब तक दूध पिलाएं डॉक्टर की राय
डॉक्टर आस्था दयाल जो कि ग्रग्राम सीके बिरला हॉस्पिटल में गायनेकोलॉजिस्ट है कि अमेरिकन अकेडमी ऑफ़ पेडिएट्रिक्स के हिसाब से माँ का दूध बच्चे को 6 महीने तक पिलाना बेहद जरुरी है इसी के साथ WHO (वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन) के हिसाब से एक माँ को अपने बच्चे को 2 साल तक दूध पिलाना चाहिए।
क्या स्तनपान कराने से माँ का वजन घटता है?
जी हां, ब्रेस्टफीड कराने से आपको कई सारे फायदे मिल सकते है। ये तो आप सभी जानते है कि प्रेगनेंसी के बाद महिला का वजन काफी बड़ जाता है लेकिन अगर आप अपने बच्चे को ब्रेस्टफीड करवाती है तो आपका वजन तेजी से घटना भी शुरू हो जाता है। इसी के साथ बच्चे को ब्रेस्टफीडिंग कराने से कैंसर का खतरा भी नहीं होता साथ ही महिलाओं को डायबिटीज, ब्लड प्रेशर एवं हार्ट की सभी प्रॉब्लम भी नहीं होती।
क्या ब्रेस्टमिल्क और फार्मूला मिल्क को एक साथ मिला सकते है?
ब्रेस्टमिल्क और फार्मूला मिल्क को एक साथ मिलाना सामान्यतः अच्छा नहीं माना जाता है। ब्रेस्टमिल्क और फार्मूला मिल्क में भिन्न पोषक तत्व होते हैं और इनकी प्रवाह में मिश्रण उपायुक्त नहीं हो सकता है।
इसके अलावा, बच्चों के पाचन प्रणाली के लिए भी यह अच्छा नहीं हो सकता है क्योंकि वे दोनों प्रकार के दूध को पचाने के लिए अलग-अलग तरीके से तैयार होते हैं।
अगर किसी कारणवश आपको बच्चे को ब्रेस्टमिल्क और फार्मूला मिल्क दोनों देना हो, तो डॉक्टर से सलाह लेना सबसे अच्छा होगा। वह आपको सही रास्ता और उचित अनुपात बता सकते हैं।
अगर आप प्रेग्नेंट है तो आपके लिए यह जानना सबसे जरुरी है कि आपको प्रेगनेंसी में क्या खाना है और क्या नहीं खाना है। इसके लिए आप हमारा यह आर्टिकल पढ़ सकते है – आप भी हैं प्रेगनेंट तो भूलकर भी न खाएं ये दो फल नहीं तो हो सकता है मिसकैरेज
यदि आपका बच्चा भी महीने का हो गया है और आप उसके मानसिक विकास के लिए कुछ खेलनेदेख रही है तो यह रहे सबसे बेस्ट खिलोनें – 6 -12 महीने के बच्चों के लिए 20 सर्वश्रेष्ठ खिलौने: दिमाग होगा तेज