आप भी हैं प्रेगनेंट तो भूलकर भी न खाएं ये दो फल नहीं तो हो सकता है मिसकैरेज

प्रेगनेंसी में स्वस्थ और पौष्टिक आहार का सेवन करना बहुत महत्वपूर्ण है, जिससे मां और शिशु दोनों की सेहत को लाभ मिले। ऐसे में कुछ ऐसी चीजे है जिनको प्रेगनेंसी में खाने से बचना चाहिए। यहाँ आप इनकी जानकारी पढ़ सकते है।

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By Nutan Bhatt

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माँ बनने का 9 महीने का सफर एक महिला के लिए बेहद ही खास होता है। प्रेग्नेंसी के समय आपको बहुत सी चीजों का ध्यान रखना जरुरी है। जिसमे उन्हे अच्छी देखभाल के साथ-साथ अपने अपने आहार पर भी विशेष रूप से ध्यान देना चाहिए, क्योंकि प्रेग्नेंसी का समय उनके स्वास्थ्य और शिशु के विकास के लिए सबसे महत्वपूर्ण है। सही आहार जैसे ताजे फल, सब्जियां और डेयरी प्रोडक्ट्स को शामिल करने से मां और बच्चे की दोनों की सेहत सुरक्षित रहते है।

दोस्तों आपको बता दूँ, मेरी प्रेगनेंसी का सफर कुछ आसान नहीं था। हर महीने में मुझे किसी न किसी दिक्कत का सामना करना पड़ा था लेकिन मैंने फिर भी हार नहीं मानी और अपने खान-पान का पूरा ध्यान रखा। लेकिन सबसे जरूरी बात यह है कि क्या आप जानते है की प्रेगनेंसी में यह दो फल खाना आपके और आपके बच्चे को नुक्सान दे सकता है। यह दो फल मैंने भी अपनी प्रेगनेंसी में नहीं खाये (pregnancy mein kya nahi khana chahiye)। इन फलो की जानकारी हर गर्भवती महिला को खासतौर पर होनी चाहिए। ऐसे में यदि आप भी एक गर्भवती महिला हैं तो आपको अपने आहार में किन फलों को शामिल करने से परहेज करना चाहिए, चलिए जानते हैं इसकी पूरी जानकारी।

प्रेग्नेंसी में भूलकर भी न खाएं ये दो फल

प्रेग्नेंसी के दौरान, हर महिला को अपने स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखना जरूरी है। छोटी-मोटी लापरवाही को भूलकर भी नजरंदाज करने से, उनकी सेहत और उनके शिशु को नुकसान हो सकता है। आहार में फलों को शामिल करना ज्यादातर महिलाओं की पसंद होती है, जो स्वास्थ्य के लिए अच्छा विकल्प भी माना जाता है लेकिन कुछ फल ऐसे भी हैं जिन्हें प्रेग्नेंट महिलाओं को खाने से बचना चाहिए।

इनमे से दो फल ऐसे हैं, जिनके लिए मुख्य तौर पर डॉक्टर भी परहेज करने की सलाह देते हैं, उनका सेवन प्रेग्नेंसी के समय ना करना ही मां और बच्चे के लिए लाभकारी होता है। इन फलों की जानकारी निम्नलिखित है।

पपीता (Papaya)

पपीता एक ऐसा फल है जिसका सेवन प्रेग्नेंसी के दौरान कुछ विवादों का कारण बनता है। इस फल के सेवन से जुड़े कुछ मान्यताओं और तथ्यों को संदर्भ में विचार किया जाता है। पपीता में तापमान बढ़ सकता है, जो गर्भवती महिला के लिए अच्छा नहीं है। यह तापमान वृद्धि उत्पन्न कर सकता है जिससे उन्हें अस्वस्थ महसूस हो सकता है।

पपीते में लैटेक्स की अधिक मात्रा होती है, जो कई लोगों में एलर्जी का कारण बन सकती है। गर्भवती महिलाओं को अपने शिशु के स्वास्थ्य को लेकर सतर्क रहना चाहिए, इसलिए उन्हें अधिक लैटेक्स के सेवन से बचना चाहिए।

हालांकि, पपीता में फाइबर, विटामिन सी, और अन्य पोषक तत्व प्राप्त होते हैं, जो गर्भवती महिलाओं के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। इसलिए, अगर कोई महिला पपीता खाना पसंद करती है, तो उसे पके पपीते का सेवन करना चाहिए और अत्यधिक सेवन से बचना चाहिए वहीं कच्चे पपीते में लैटेक्स की मात्रा अधिक होने से यह गर्भवती महिला के यूटरस में संकुचन (Contraction) कर सकता है।

अनानास (Pineapple)

अनानास, जो एक मधुर और रसीले फल के रूप में मशहूर है, गर्भवती महिलाओं के लिए कुछ विवादों का कारण बनता है। इस फल के सेवन को लेकर कुछ मान्यताओं और तथ्यों को ध्यान में रखना आवश्यक है।

अनानास में ब्रोमलिन नामक एंजाइम पाया जाता है, जो कीमोसिन को तोड़ता है और अनानास को एक अनिच्छित विशेष रसायन बनाता है। इस रसायन का सेवन गर्भवती महिलाओं के लिए अच्छा नहीं हो सकता है क्योंकि यह गर्भाशय के आसपास के क्षेत्रों को मुलायम कर सकता है और इससे गर्भाशय में संकुचन हो सकता है, जो प्रसव पीड़ा को तेजी से शुरू कर सकता है।

विशेष रूप से, अधिक अनानास का सेवन डिहाइड्रेशन और लूज मोशन का कारण बन सकता है। इसलिए, गर्भवती महिलाओं को अधिक संख्या में अनानास खाने से बचना चाहिए ताकि उनमें किसी तरह की स्वास्थ्य समस्या उत्पन्न न हो।

इसके अलावा, अनानास एक उत्तेजक फल हो सकता है, जो किसी महिला के शरीर को प्रेरित कर सकता है। गर्भवती महिलाओं को इस अधिकता से बचना चाहिए, विशेष रूप से यदि वे इसे अच्छा महसूस नहीं कर रही हैं।

समाप्तिकरण के रूप में, गर्भवती महिलाओं को अपने डॉक्टर से पपीते या अनानास के सेवन के बारे में सलाह लेनी चाहिए। उन्हें उनके व्यक्तिगत स्थिति और स्वास्थ्य के आधार पर सर्वोत्तम जानकारी और दिशा प्राप्त करनी चाहिए।

pregnancy mian pregnant lady ko kya nahi khana chahiye
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प्रेगनेंसी में गर्भवती महिला को क्या क्या खाना चाहिए?

  1. प्रोटीन वाली चीजे : आपके पेट में पल रहे बच्चे और आपके लिए के लिए सबसे जरुरी है प्रोटीन की मात्रा। गर्भवती महिलाओं को प्रोटीन युक्त आहार का सेवन करना चाहिए, जैसे कि दाल, चने, राजमा, सोया उत्पाद, दूध, पनीर, दही, अंडे, मांस आदि। अगर आपको राजमा आदि से गैस की समस्या होती है तो आप उसे ना खाएं।
  2. फल और सब्जियाँ: फल और सब्जियाँ पौष्टिक आहार का महत्वपूर्ण हिस्सा होते हैं। गर्भवती महिलाओं को फलों और सब्जियों का समावेश करना चाहिए, जैसे कि सेब, अंगूर, आम, संतरा, गाजर, शलजम, पालक, ब्रोकोली, टमाटर आदि।
  3. गर्भवती महिला को खाने चाहिए अनाज: अनाज भी गर्भवती महिलाओं के लिए फायदेमंद होते हैं, जैसे कि गेहूं, चावल, जौ, बाजरा, मक्का आदि।
  4. फोलिक एसिड पदार्थ: फोलिक एसिड गर्भावस्था के दौरान बच्चे के विकास के लिए महत्वपूर्ण है। फोलिक एसिड से भरपूर आहार के स्रोत शामिल करें, जैसे कि हरी पत्तेदार सब्जियाँ, दाल, नारियल, बीन्स, नारियल पानी, संतरे, अंगूर, ब्रोकोली, ब्रेड, और अनाज।
  5. पानी: गर्भवती महिलाओं को अधिक से अधिक पानी, नारियल पानी आदि पीना चाहिए ताकि उनके शरीर में डिहाइड्रेशन की कमी ना हो सके।
  6. कैल्शियम युक्त आहार: दूध, पनीर, दही, तिल, मेवे, और हरी पत्तेदार सब्जियाँ गर्भवती महिलाओं के लिए कैल्शियम के उत्तम स्रोत हो सकते हैं।

अगर आपके भी पीरियड्स मिस हुए है और आप यह पता लगाना चाहती है कि आप प्रेग्नेंट है या नहीं तो आप हमारा यह आर्टिकल पढ़ सकते है जिसमे हमने आपको पीरियड्स मिस होने पर प्रेगनेंसी के लक्षण के बारे में जानकारी दी है.

हर एक माँ को अपने बच्चे के बेहतर हेल्थ की चिंता रहती है ऐसे में जब बच्चा 6 महीना का हो जाता है तो हमे ये समज नहीं आता कि हम अपने बच्चे को कब तक दूध पिला सकते है यहाँ जाने – माँ को कब तक बच्चे को दूध पिलाना चाहिए, क्या ब्रेस्टमिल्क और फार्मूला मिल्क को एक साथ मिला सकते है

प्रेगनेंसी में क्या नहीं खाना चाहिए:

  • अधिक कैफीन: कैफीन का अधिक सेवन गर्भावस्था में हानिकारक हो सकता है।
  • कच्चे या अधपके मांस और अंडे: इनसे फूड पॉइज़निंग का खतरा हो सकता है।
  • अधिक चीनी और जंक फूड: इनसे वजन बढ़ने और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है।
  • अधिक नमक: इससे उच्च रक्तचाप का खतरा हो सकता है।
  • मछली जिसमें अधिक मरकरी हो: जैसे शार्क, स्वोर्डफिश, किंग मैकेरल।

प्रेगनेंसी से जुड़े प्रश्न/उत्तर

क्या प्रेग्नेंट महिला पपीते का सेवन कर सकती है?

अगर आप गर्भवती नहीं है तो आप पपीता खा सकती है लेकिन अगर आप प्रेग्नेंट है तो आपको पपीते का सेवन करने से बचना चाहिए। पपीता न खाने की सलाह डॉक्टर द्वारा भी दी जाती है।

क्या पपीता और अनानास खाने से मिसकैरेज (गर्भपात) हो सकता है?

यदि बात करें इन दोनों फलों की तो इनमे लेटेक्स और पेपेन की मात्रा होती है जो आपके पेट में पल रहे बच्चे को नुकसान पहुंचा सकता है।

किन किन चीजों के सेवन से प्रेगनेंसी में मिसकैरेज होता है?

पाइनएप्पल, पपीता, तिल, कच्चा अंडा, कच्चा दूध, ड्रमस्टिक, मरकरी रिच फिश, कॉफ़ी आदि का सेवन करने से मिसकैरेज होने के चांस अधिक होते है। अगर आप प्रेग्नेंट है तो इन सभी चीजों का सेवन करने से बचे।

प्रेग्नेंट महिला को गर्भपात का खतरा कब तक रहता है?

प्रेग्नेंट महिला को गर्भपात का सबसे ज्यादा खतरा शुरुवात के 3 महीने रहता है। ऐसे में गर्भवती महिला को 3 महीने बहुत ध्यान से रहना चाहिए।

प्रेगनेंसी में कौन सी सब्जी खाने से बचना चाहिए?

प्रेगनेंसी में गर्भवती महिला को बेंगन, कटहल, पत्ता गोबी, करेला आदि नहीं खाने चाहिए क्यूंकि यह सब्जी गरम होती है जो आपके बच्चे को नुकसान पहुंचा सकती है।

मुझे उम्मीद है कि आपको मेरा लिखा pregnancy mein kya khaye Kya Nahi आर्टिकल अच्छा लगा हो और आपको इससे जुडी सभी जानकारी प्राप्त हो गयी है। ऐसी ही अन्य जानकारी जानने के लिए आप हमारी वेबसाइट पर विजिट कर सकते है।

Author
Nutan Bhatt
मैं नूतन भट्ट हूँ, शिवांग की माँ और mumbabysparsh.com की संस्थापक। एक नई माँ के रूप में, मैंने अपनी मातृत्व यात्रा के दौरान सीखे गए सबक और अनुभवों को साझा करने का फैसला किया। मेरा लक्ष्य है अन्य नई माओं को प्रेरित करना और उनकी मदद करना, ताकि वे इस चुनौतीपूर्ण और खुशियों भरी यात्रा में आत्मविश्वास से आगे बढ़ सकें। मेरे लेख बच्चों की देखभाल, स्वास्थ्य, और मातृत्व के सुखद अनुभवों पर केंद्रित हैं, सभी को हिंदी में सरल और सुगम भाषा में प्रस्तुत किया गया है। मैं आशा करती हूँ कि मेरे विचार और सुझाव आपकी मातृत्व यात्रा को और अधिक खुशहाल और सुगम बनाने में मदद करेंगे।

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