मेरी डिलीवरी होने के बाद जब मैंने पहली बार अपने बच्चे को अपनी गोद में लिया तो में अपना सारा दर्द भूल गयी। डिलीवरी से घर आने के बाद कुछ दिन बाद से मैंने अपने बच्चे को सोते समय कभी हस्ते हुए और कभी रोते हुए पाया। जब भी मेरा बच्चा हस रहा था तो मुझे भी अंदर से उसे देखकर ख़ुशी हो रही थी और जब मेरा बच्चा सोते समय रो रहा था मेरा भी मन उदास हो रहा था। मुझे इसके पीछे का कारण जानने की बहुत उत्सुकता हुई।
एक दिन में अपनी सासूमाँ से पूछा कि आखिर बच्चे नींद में हस्ते और रोते क्यों है? उनके अपने अनुभवों और आज तक लोगों के द्वारा मानी जाने वाली बातें यह है कि सपने में बच्चे को भग्वान हँसाते है वह भगवान का सुक्रिया करता है की उन्होंने उसे एक नया जीवन देकर धरती पर भेजा। अक्सर हर किसी को बुजुर्गों द्वारा अलग अलग बातें बताई गयी है लेकिन में आपको बता दूँ यह सच नहीं होता इसके पीछे भी कोई कारण होता है कि शिशु सोते समय हस्ते और रोते क्यों है। अगर आप भी यह जानने के लिए उत्सुक है कि च्चों की इस आदत के पीछे का कारण क्या है तो आप हमारे आर्टिकल को पूरा पढ़े।
क्यों हस्ते हैं बच्चे नींद में?
नींद में हंसना या रोना (bache nend mai haste or rote kyu hai) रूचिकर विषय है, इसका पूरी तरह से स्पस्टीकरण नहीं हो पाया है कि बच्चे सोते समय क्यों मुस्कराते है। मनुष्य के मानसिक स्थिति, सपने, और अन्य आंतरिक प्रक्रियाओं के परिणाम के रूप में प्रकट हो सकता है। नींद में हंसने या मुस्कुराने की विभिन्न वजहें हो सकती हैं। यह गहरी नींद के लक्षण के रूप में उपयुक्त हो सकता है, जब व्यक्ति अपने सपनों में कुछ प्रसन्न करने वाली या हास्यास्पद घटनाओं का अनुभव करता है। इसके अलावा, यह मानव दिमाग की सामाजिक और भावनात्मक प्रक्रियाओं का एक प्रतिफल हो सकता है।
हर इंसान में दो तरह की स्लीप साइकिल पायी जाती है NREM (नॉन रैपिड आई मूवमेंट) और REM (रैपिड आई मूवमेंट). चलिए जानते है इसके बारे में-
- NREM (Non-Rapid Eye Movement) Sleep:
- NREM नींद को गहरी नींद के रूप में भी जाना जाता है। इसमें हमारा शरीर बहुत ही रिलैक्स रहता है।
- इसमें नींद के कई स्तर होते हैं, जिनमें सहज नींद (Stage 1), धीरे नींद (Stage 2), गहरी नींद (Stage 3 और 4) शामिल होते हैं।
- इसके दूसरे स्टेज में व्यक्ति गहरी नींद में होता है और उनकी पल्स रेट, मसल आदि रिलैक्स रहती है।
- REM (Rapid Eye Movement) Sleep:
- REM स्टेज किसी भी व्यक्ति के सोने के आधे से 1 घंटे के बाद शुरू होती है
- इस समय व्यक्ति की आँखें तेजी से हिलती हैं, जो इसे रैपिड आँख गति नींद कहलाती है।
- REM नींद में, ब्रेन एक्टिविटी अधिक होती है, जिसके कारण सपने देखे जाते हैं।
- इस समय दिल की धड़कन बढ़ जाती है।
जाने क्या कहते है वैज्ञानिक
हालांकि जब हम बच्चों के नींद में हंसने या मुस्कुराने की बात करते हैं तो वैज्ञानिकों के अनुसार, शिशु के भावनात्मक विकास से जुड़ा घटनाक्रम नींद में मुस्कुराने का एक महत्वपूर्ण पहलु है। क्योटो यूनिवर्सिटी (जापान) के रिसर्च इंस्टिट्यूट और सैकर्ड हार्ट यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के अनुसार, पहले यह माना जाता था कि शिशु तब मुस्कुराने की क्षमता को प्राप्त करता है जब वह चार महीने का हो जाता है, लेकिन इस रिसर्च के दौरान यह देखा गया कि मात्र 17 दिन की उम्र के बच्चे भी रोने के साथ-साथ मुस्कुरा सकते हैं।
जाने क्या कहती है रिसर्च?
बच्चों के नींद में हसने या मुस्कुराने (why babies smile when they sleep) को लेकर एक अद्भुत रिसर्च के मुताबिक, शिशु का मानसिक और भावनात्मक विकास बहुत तेजी से होता है, और यह उनके सोते जागते समय के व्यवहार को प्रभावित करता है। शोध के अनुसार, बच्चों की नींद में मुस्कुराहट को हंसने का शुरुआती संकेत माना जा सकता है। इस अद्भुत रिसर्च के दौरान सर्वेक्षण किया गया कि केवल 17 दिन की उम्र की एक बच्ची नींद में मुस्कुराने लगी और उसकी मुस्कुराहट धीरे-धीरे खिलखिला कर हंसने में बदल गई।
यह रिसर्च उन्होंने 4 दिन से लेकर 87 दिन तक के बच्चों पर की, जिससे साफ होता है कि शिशु का भावनात्मक विकास संजीवनी शक्ति की तरह होता है। इसी कारण बच्चों की नींद में मुस्कुराहट को एक महत्वपूर्ण मानसिक और भावनात्मक संवाद का पहलू माना जा सकता है।
रिसर्च बताता है कि जब बच्चे नींद में होते हैं, तो उनका मानसिक विकास भी समय-समय पर होता है। नींद के दौरान, बच्चों के दिमाग में विभिन्न इमोशनल प्रोसेस चलता रहता हैं, जो उनके इमोशनल और मेन्टल डेवलपमेंट में मदद करती हैं। इसलिए, यह साफ-साफ स्पष्ट होता है कि नींद में हंसना या रोना पिछले जन्म की घटनाओं से कोई संबंध नहीं है। बच्चों की नींद में इस तरह का व्यवहार उनके मानसिक और शारीरिक विकास का एक स्वाभाविक हिस्सा है, जो उन्हें उनकी भविष्य के लिए तैयार करता है।
नींद में हसने या मुस्कुराने की वजह
नवजात शिशुओं में समय के साथ धीरे-धीरे होने वाले बदलाव न केवल उन्हे नए वातावरण के हिसाब से ढलने में मदद करती है, बल्कि इससे उनका विकास भी तेजी से होता है। आपको बता दें इस विकास से बच्चे के नींद में हसने, मुस्कुराने या रोने के कई कारण भी सामने आए हैं, इनमे आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि कई बार बच्चे गैस पास करने के बाद भी नींद में मुस्कुराहट दिखाते हैं। इसका कारण है कि गैस पास होने से उन्हें आराम मिलता है और वे अधिक सुखद अनुभव करते हैं।
कभी-कभी ऐसा हो सकता है कि बच्चों को दिक्कतें हों जो नींद के दौरान दिखाई दे। अगर आपके बच्चे का वजन कम है, सोते समय दिक्कत होती है, दौरे पड़ते हैं, बिना किसी कारण के हंसते हैं या अन्य लक्षण पाए जाते हैं, तो आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। यह समस्याएं कुछ ही मामलों में होती हैं, लेकिन डॉक्टर की सलाह लेना महत्वपूर्ण होता है।
कई बार जब बच्चे नींद में होने पर भी नई आवजे सुनते है। उठे होने पर नई-नई चीजों को महसूस करते है। इसी के चलते उनके दिमाग में रोजाना कुछ न कुछ चीजे रिकॉर्ड होने लगती है जिससे उनके इमोशन का विकास होता है। इमोशन का विकास होने पर भी बच्चे नींद में हस्ते है
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