गर्मियों के मौसम में बच्चे की देखभाल कैसे करें? ये सभी उपाय दिलाएंगे आपके बच्चे को गर्मी से राहत

गर्मी का एक ऐसा मौसम है जिसमे हर एक इंसान की हालत ख़राब हो जाती है। ऐसे में यदि आपका छोटा बच्चा या नवजात शिशु है तो आपको उसका ध्यान रखना बेहद जरुरी है। जिससे वह स्वस्थ रह सके।

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By Nutan Bhatt

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अगर आप भी मेरी तरह एक नई नई माँ बनी है तो आप भी मेरी तरह अपने बच्चे के लिए आने वाले हर मौसम में बच्चे की देखभाल कैसे करें यही सोचती रहती होंगी। आप जानते ही है कि बदलते मौसम के साथ बच्चों की देखरेख करनी और भी ज्यादा जरुरी हो जाती है। ऐसे में अगर आपका नवजात शिशु है और उसकी पहली गर्मी है तो आज में आपको अपने अनुभव के जरिये यह बताउंगी कि में किस तरह से गर्मियों के मौसम में अपने बच्चे की देखभाल करती हूँ.

नवजात शिशु की स्पेशल केयर | Garmi mai Navjaat Shishu Ki Dekhbhal Kese Kare

चाहे गर्मी हो या सर्दी आपके छोटे बच्चे को इस समय स्पेशल केयर की जरूरत पड़ती ही है खासकर जब उसकी पहली सर्दी या गर्मी हो। गर्मी का मौसम आप कह सकते है तेज धूप, पसीना, एलर्जी आदि होने का खतरा। ऐसे में आपके छोटे नवजात शिशु के लिए बाहर का मौसम और बाहर का पर्यावरण बहुत ही नया-नया होता है। पहले पहले आपके शिशु को बाहर की चीजे अपनाने में थोड़ा समय लग सकता है।

गर्मी के मौसम में बच्चों के साथ लापरवाही ना करें

आपको बता दूँ, जब मेरा बच्चा सर्दी में पैदा हुआ था तो मुझे इसी बात का डर था की उससे सर्दी की ठण्ड ना लग जाएं। लेकिन हमारी अच्छी देखरेख की वजह से उसे सर्दी के मौसम में झुकाम खांसी तक नहीं हुई। लेकिन हालत वहाँ बदले जब सर्दी से गर्मी के मौसम की शुरुवात हुई। गर्मी शुरू होते ही अचानक मेरे बच्चे को सबसे पहले तेज बुखार हुआ जिसके बाद उसे खांसी जुकाम और नाक बंद की समस्या हुई। मेरे बच्चे की हालत बहुत अधिक ख़राब हो गयी थी जिसके बाद डॉक्टर द्वारा दी गयी दवाई देने के 3 से 4 दिन बाद मेरा बच्चा ठीक हो गया। में आप सभी से यही कहूँगी कि अगर आप न्यू मॉम है और आप भी अपने बच्चे को गर्मी के मौसम से बचाना चाहती है तो आपको उसका विशेष ध्यान बेहद जरुरी है।

अगर आपका नवजात शिशु को खाँसी-जुकाम है और आप घरेलु उपाय से उसका उपचार करना चाहती है तो आप हमारे द्वारा दिए गए आर्टिकल को पढ़ सकती है। साथ ही में आपको यह भी कहना चाहूंगी कि यदि आपके शिशु का जुकाम खांसी अधिक है तो आप डॉक्टर से सलाह जरूर ले – नवजात शिशु की खांसी-जुकाम कैसे ठीक करें।

इन उपाय से होगी गर्मियों में आपके बच्चे की देखभाल

जैसा की में आपको बता चुकी हूँ कि शिशु के लिए पहली सर्दी व गर्मी पचानी बहुत मुश्किल होते है जिसके कारण वह जल्द ही बीमार पड़ जाते है। में आपको यहाँ कुछ टिप्स बताने जा रही हूँ जिससे आपके बच्चा गर्मियों में भी काफी स्वस्थ महसूस करेगा।

1. बच्चों को रोजाना नहलाएं या स्पंज बात जरूर दें

अगर आप अपने बच्चे की देखभाल गर्मियों के मौसम में अच्छे से करना चाहती है तो आप इस बात का अवश्य ध्यान दें कि आप उसे रोजाना नहलाएं। रोजाना नहलाने से आपका शिशु बहुत ही फ्रेश फील करेगा और उसमे ताजगी बनी रहेगी। इसी के साथ यदि आप उसे रोजाना नहीं नहलाना चाहती है तो आप उसे एक दिन नहलाएं और एक दिन स्पंज बाथ अवश्य दें। navjaat shishu ko kese nehlayein

2. बच्चों को रखे हाइड्रेट

  1. ज्यादा से ज्यादा ब्रेस्टफीडिंग व फार्मूला फीडिंग करवायें: अगर आप बच्चा 6 महीने से नीचे है तो आप शिशु को गर्मियों में हाइड्रेट रखने के लिए उन्हें ब्रेस्टफीड या फार्मूला फीड करवाएं। इसी के साथ अगर आपका बच्चा 6 महीने से बड़ा है तो आप उसे समय समय अपर पानी पिलाते रहे।
  2. ठंडा पानी: शिशु को हर दिन ठंडा पानी पिलाएं।ध्यान रखे आप बचे को फ्रिज का पानी ना दें, टेप वाटर का प्रयोग करें।
  3. फलों और सब्जियों का उपयोग: फलों और सब्जियों में पानी की अधिकता होती है, जो शिशु को हाइड्रेट रखने में मदद करती है। आप पपीता, खीरा, तरबूज, टमाटर, आम, सेब, ककड़ी आदि जैसे फल और सब्जियों का उपयोग कर सकते हैं।

3. गर्मियों के मौसम में हर दिन ना लें जाएं बच्चे को बाहर

अगर आपका बच्चा छोटा है तो आप कोशिश करें कि आपका बच्चा ज्यादा से ज्यादा घर में ही रहे उसे अधिक घर से बाहर ले जाना उसकी सेहत को ख़राब करना है क्यूंकि गर्मियों में बच्चे को लू लगने का खतरा होता है। इससे आपके बच्चे को परेशानी हो सकती है। garmi mian new born baby ka dhyan kese rakhe

4. नवजात शिशु को गर्मियों में पहनाएं कॉटन के कपड़े

न्यू मॉम्स हो चाहे एक्सपीरियंस मॉम। आपको अपने बच्चे को गर्मियों में कॉटन के कपड़े पहनाने बहुत जरुरी है क्यूंकि कॉटन के कपड़े नवजात शिशु को ज्यादा सुखद और आरामदायक महसूस करने में मदद करते हैं, जिससे वे अधिक आराम से सोते हैं और समय पर ठंडे रहते हैं। इसके अलावा, कॉटन के कपड़े उनके शरीर से पसीना अच्छे से सूखाने में मदद करते हैं, जिससे वे ठंडे रहते हैं और डिहाइड्रेशन की समस्या से बचा जा सकता है।navjaat shishu ki garmiyon mai dekhbal kese kare

5. डायपर का इस्तेमाल कम से कम करें

गर्मियों में डायपर का इस्तेमाल (Tips To Take Care Of New Born In Summer) कम से कम करना बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि ज्यादातर बच्चे गर्मियों में अधिक पसीना करते हैं और डायपर इसे समाप्त नहीं कर पाता है, जिससे डायपर जल्दी से भीग जाता है और त्वचा को गंदा और गर्मी महसूस होती है। अगर आप घर पर है तो आप उसे नंगा या कॉटन का निक्कर या सलवार पहना सकती है लेकिन यदि आप कही बाहर जाती है तो आप बच्चे को डायपर पहना सकती है। how to take care of new born in summer

6. गर्मियों में बच्चों पर ना लगाएं पाउडर

आपको बता दें कि अधिकांश चिकित्सा विशेषज्ञों और पेडियाट्रिशियन्स यह सुझाव देते हैं कि गर्मियों में बच्चों पर पाउडर का इस्तेमाल न किया जाए इसके कुछ मुख्य कारण इस प्रकार से है:

  1. डायपर रैश की संभावना: गर्मियों में, बच्चों की त्वचा ज्यादा पसीना करती है और यह नमी और त्वचा के संपर्क में रहती है। पाउडर का इस्तेमाल इस नमी को और अधिक बढ़ा सकता है, जिससे डायपर रैश की संभावना बढ़ सकती है।
  2. त्वचा के पोर्स हो सकते है बंद : पाउडर का ज्यादा इस्तेमाल गर्मियों में आपके बच्चे की स्किन के पोर्स को बंद कर सकते है। इससे आपके बच्चे की स्किन सेंसिटिव और अनहैल्थी बन सकती है जिससे शिशु की स्किन में इन्फेक्शन होने का डर अधिक बढ़ जाता है।
  3. स्वच्छता और संक्रमण के खतरे: अगर आप गर्मियों में बच्चों पर पाउडर का इस्तेमाल करते है तो इससे बच्चे की त्वचा पर पसीनें की वजह से बैक्टीरिया होने का डर रहता है।

7. गर्मियों में करें बच्चे की मालिश रोजाना

गर्मियों में बच्चे की देखभाल कैसे करें में एक तरीका है मालिश का। जी हां, छोटे बच्चो के लिए सर्दी हो या गर्मी रोजाना मालिश करना उनके शरीर का विकास करना है। इसी के साथ गर्मियों में बच्चे की त्वचा ज्यादा संवेदनशील होती है। मालिश से उनकी त्वचा की नमी बनी रहती है और चमकती रहती है और मालिश बच्चे को रिलेक्स करने में मदद करती है। इससे उनकी नींद अच्छी आती है और वे शांति से सोते हैं। आप बच्चे की मालिस करने का तरीका हमारे आर्टिकल के माध्यम से जान सकती है – न्यू मॉम्स जाने नवजात शिशु की मालिश कैसे करें? इन सभी तेल की मालिश से होगा आपका बच्चा तंदुरुस्तbaby malis

8. गर्मियों में करें मछरदानी का प्रयोग

जैसा की सभी जानते है गर्मियों में अधिक मात्रा में होती है, और वे खतरनाक बीमारियों के वायरस, जैसे कि डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया, और वायरल फीवर, के विकारक हो सकते हैं। मच्छरदानी उपयोग करना बच्चे को मच्छरों से बचाव करने में मदद कर सकता है। इसी के साथ आपका बच्चा आसानी से मछरदानी (mosquito net) के अंदर सो सकता है। आप ऑनलाइन या किसी भी बेबी स्टोर में जाकर मॉस्क्वीटो नेट खरीद सकते है।

9. कमरे का तापमान रखे सामान्य

अगर आपके घर में भी नवजात शिशु है तो उसके लिए आपको चाहे गर्मी हो या सर्दी अपने कमरे का सामान्य तापमान रखना जरुरी है। नवजात शिशु के लिए बेस्ट रूम टेम्परेचर लगभग 20-22°C (68-72°F) होता है। इससे उनका शरीर संतुलित रहता है और वे शांतिपूर्ण नींद पाते हैं। जोरदार गर्मी या ठंडी से उनके तापमान का बिगड़ना उनके लिए सही नहीं है।

कमरे का तपमान सामान्य बनाने के लिए आप ये उपाय कर सकते है।

  1. एयर कंडीशनिंग या पंखे का उपयोग: छोटे बच्चों को गर्मी से राहत दिलाने के लिए एयर कंडीशनिंग या पंखे का उपयोग करके कमरे का तापमान नियंत्रित किया जा सकता है।
  2. शिशु को पहनाये हल्के कपड़े : शिशु को ठंड लग सकती है, इसलिए उन्हें लाइट और ध्यान से बने कपड़े पहनाएं जो उन्हें सुखद और ठंडी महसूस हो।
  3. नजर रखना: अगर कमरे का तापमान बढ़ रहा है, तो शिशु के चेहरे और शरीर पर गर्मी के प्रभाव को नजरअंदाज न करें। यदि आपको लगता है कि वह गर्मी में अधिक परेशान हो रहा है, तो उन्हें नहलाएं या उन्हें स्पंज दें
  4. वेंटिलेशन का रखे ध्यान : स्वास्थ्य के लिए, कमरे में वेंटिलेशन का ध्यान रखें। आप अपने कमरे की खिड़की दरवाजे खोलकर वेंटिलेशन बनाये रखे।

अगर आपकी भी अभी अभी डिलीवरी हुई है और आपके बच्चे का वजन बहुत ही कम है तो आप इन तरीको से अपने बच्चे का वजन बढ़ा सकती है- नवजात शिशु का वजन कैसे बढ़ाए: अगर आपका भी नवजात शिशु है कमजोर, ये थेरेपी बनाएगी आपके बच्चे को स्वस्थ, जाने क्या है थेरेपी

मुझे उम्मीद है कि आपको मेरा लिखा Garmi mai Navjaat Shishu Ki Dekhbhal Kese Kare आर्टिकल अच्छा लगा हो और आपको इससे जुडी सभी जानकारी प्राप्त हो गयी है। ऐसी ही अन्य जानकारी जानने के लिए आप हमारी वेबसाइट पर विजिट कर सकते है।

Author
Nutan Bhatt
मैं नूतन भट्ट हूँ, शिवांग की माँ और mumbabysparsh.com की संस्थापक। एक नई माँ के रूप में, मैंने अपनी मातृत्व यात्रा के दौरान सीखे गए सबक और अनुभवों को साझा करने का फैसला किया। मेरा लक्ष्य है अन्य नई माओं को प्रेरित करना और उनकी मदद करना, ताकि वे इस चुनौतीपूर्ण और खुशियों भरी यात्रा में आत्मविश्वास से आगे बढ़ सकें। मेरे लेख बच्चों की देखभाल, स्वास्थ्य, और मातृत्व के सुखद अनुभवों पर केंद्रित हैं, सभी को हिंदी में सरल और सुगम भाषा में प्रस्तुत किया गया है। मैं आशा करती हूँ कि मेरे विचार और सुझाव आपकी मातृत्व यात्रा को और अधिक खुशहाल और सुगम बनाने में मदद करेंगे।

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