बच्चों का दिमाग तेज करने के लिए 10 आर्ट्स एक्टिविटीज: जब से बच्चा पैदा होता है हर एक माता-पिता की यही कोशिश होती है कि वह अपने बच्चे का शारीरिक विकास के साथ साथ उसका मानसिक विकास भी बेहतर कर सके ताकि उसका दिमाग तेज हो सके। दिमागी विकास के लिए सबसे बेहतर ऑप्शन है आर्ट यानि कला का। जी, हां इसमें कोई शक नहीं है कि छोटे बच्चों को तरह तरह की कला करना बेहद पसंद होता है। कला बच्चों को सेल्फ एक्सप्रेशन के लिए प्रोत्साहित करती है उनकी मोटर स्किल को सुधरती है उन्हें धैर्य और शांत रहना सिखाती है उनका कॉन्फिडेंस बढाती है।
चलिए आज में आपको बच्चों का दिमागी विकास कैसे करें उसके लिए कुछ आर्ट्स एक्टिविटीज बताने जा रही हूँ। इन सभी एक्टिविटीज को आपका बच्चा बहुत ही ख़ुशी मन से करेगा जिससे उसका डेवलपमेंट होगा यदि आप आर्ट्स एक्टिविटीज के बारे में जानना चाहते है तो आप हमारे आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़े।
बच्चों का दिमाग तेज करने के लिए आर्ट्स एक्टिविटीज
बच्चों के दिमागी विकास के लिए आर्ट्स एक्टिविटीज अत्यंत महत्वपूर्ण हैं क्योंकि ये उनकी रचनात्मकता और कल्पनाशक्ति को प्रोत्साहित करती हैं। ये गतिविधियाँ बच्चों की फाइन मोटर स्किल्स, हाथ-आँख की कोर्डिनेशन एबिलिटीज को विकसित करने में मदद करती हैं। कला के माध्यम से बच्चे अपनी भावनाओं को आपके सामने रख सकते हैं, जो उनके मानसिक स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। साथ ही, ग्रुप आर्ट्स एक्टिविटीज उन्हें सहयोग, टीमवर्क और सामाजिक कौशल सिखाती हैं। आर्ट्स एक्टिविटीज बच्चों के ध्यान और एकाग्रता को बढ़ाने के साथ-साथ स्वतंत्रता और आत्मविश्वास भी विकसित करती हैं। इस प्रकार, आर्ट्स एक्टिविटीज बच्चों के समग्र मानसिक, शारीरिक और सामाजिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
बच्चों के दिमागी विकास के लिए 10 आर्ट्स एक्टिविटीज:
- फिंगर पेंटिंग:
- सामग्री: बच्चों के लिए फिंगर पेंट, बड़े कागज।
- इसमें आपको बच्चों को पेंटिंग कलर देना है और बच्चों के हाथों में पेंट लगाकर उन्हें कागज में रंग भरने को कहना है। यह एक्टिविटी बच्चों के अंदर और भी क्रिएटिविटी लाएगी और उनके फाइन मोटर स्किल्स को विकसित करेगी। आप जो भी कलर बच्चे को देंगी उन्हें उनके नाम की जानकारी भी अवश्य दें।
- क्रेयॉन ड्रॉइंग:
- सामग्री: बड़े कागज, रंग-बिरंगे क्रेयॉन कलर्स।
- बच्चों को कागज और क्रेयॉन कलर्स दें और उन्हें स्वतंत्र रूप से चित्र बनाने दें। इस प्रक्रिया में, बच्चे अपनी इमेजिनेशन पावर का उपयोग करते हैं और अपने दृश्य कौशल को सुधारते हैं। यह उनके हाथ-आँख की कोर्डिनेशन को भी मजबूत करता है।
- प्राकृतिक कोलाज :
- सामग्री: पत्ते, टहनियाँ, पेड़ की चल, छोटी छोटी लकड़ी
- आप अपने बच्चे की एक मध्यम साइज की फोटो निकलवा लें इसके बाद आप बच्चे को बाहर भेजकर पत्ते, टहनियाँ, पेड़ की चल, छोटी छोटी लकड़ी इकट्ठा करें। इसके बाद आप बच्चे को फोटो में इन्हे लगाने को कहे और एक कोलाज तैयार करने को कहे।
- स्टिकर आर्ट:
- सामग्री: विभिन्न प्रकार के स्टिकर्स, कागज।
- माता-पिता बच्चों को स्टिकर्स और कागज दें और उन्हें कागज में अपनी पसंद के अनुसार स्टिकर्स चिपकाने दें। यह उनकी हाथ-आँख की कोर्डिनेशन और इमेजिनरी पावर को बढ़ाता है। इसके जरिये बच्चे तरह तरह के शपेस व कलर्स के साथ खेलते हुए अपने क्रिएटिव स्किल्स का विकास करते हैं।
- टिशू पेपर कोलाज:
- सामग्री: रंगीन टिशू पेपर, गोंद, कागज।
- बच्चों को टिशू पेपर फाड़कर कागज पर चिपकाने दें। यह एक्टिविटी उनके फाइन मोटर स्किल्स को विकसित करती है और उन्हें रंगों और बनावटों के साथ प्रयोग करने का मौका देती है। इससे उनकी कुछ भी करने की क्रिएटिविटी और हाथ की ताकत भी बढ़ती है।
- हाथ से बनी टाइल:
- सामग्री: आटा, नमक, पानी, एक कटोरा, चमच्च, बाउल, शीट ट्रे, रोलिंग पिन, ऐक्रेलिक पेंट, रबर, कुकी कटर, रबर स्टैम्प्स।
- सबसे पहले बच्चों को आप एक कटोरे में आटा, पानी और नामक मिलाने को दे। इसे 2 मिनट तक गोंदे। इसके बाद आप आटे को ट्रे में रख दें, ट्रे में आटा रखने से पहले उसमे धूल लगा लें। अब आटे को चौकोर शेप में बेल लें और टाइल्स की शेप बना दें।
- इसके बाद आप अपने कुकी कटर, रुबर या स्टाम्प से कोई भी फूल आटे के ऊपर बना लें। आटे की बनी टाइल्स के ऊपर डिज़ाइन बनाकर उसे धुप में कुछ घंटे रखे और इसे दोनों तरफ अच्छे से सूखा लें।
- अब जब आपकी आटे से बनी टाइल्स सूख जाएगी तो आप इसे रंग भर दें। आपको बता दें ऐसे ही आप आटे को गूंदकर कई तरह की शेप की टाइल्स बना सकती है।
- बनाये 3d आर्ट
- सामग्री: कार्ड स्टॉक, कार्डबोर्ड, क्रेप पेपर, गोंद
- 3D आर्ट बनाने के लिए आप कार्ड स्टॉक, कार्डबोर्ड या अनाज के डिब्बे के एक तरफ एक इजी पेंटिंग बनाएं। इसी के साथ क्रेप पेपर के टुकड़ों को बॉल की तरह बनाएँ, फिर उन्हें चिपचिपे गोंद के साथ कैनवास पर चिपकाएँ।
- स्टैंपिंग आर्ट:
- सामग्री: विभिन्न आकृतियों के स्टैम्प्स, इंकपैड्स, कागज।
- बच्चों को स्टैम्प्स और इंकपैड्स दें और उन्हें कागज पर छाप लगाने दें। यह उनकी रचनात्मकता और कल्पनाशक्ति को बढ़ावा देता है। साथ ही, वे विभिन्न आकृतियों और रंगों के साथ खेलते हुए अपने क्रिएटिव स्किल का विकास करते हैं।
- मार्बल पेंटिंग:
- सामग्री: कागज, रंगीन मार्बल।
- बच्चों को रंगीन मार्बल दें और उन्हें मार्बल को रंग में डुबोकर कागज पर लुढ़काने दें। यह एक्टिविटी उनकी देखने और टच करने की पावर को विकसित करती है और उन्हें रंगों और बनावटों के साथ प्रयोग करने का मौका देती है।
- रंगीन बर्फ पेंटिंग:
- सामग्री: बर्फ के टुकड़े, फूड कलर, कागज।
- बर्फ के टुकड़ों को फूड कलर में डुबोकर बच्चों को कागज पर चलाने दें। यह एक मजेदार और ठंडी कला गतिविधि है जो उनकी रचनात्मकता को प्रोत्साहित करती है और उन्हें रंगों के साथ खेलने का आनंद देती है।
इसी के साथ अगर आपका बच्चा 6 से 12 महीने का है और आपका उसका शुरू से दिमागी विकास करना चाहती है तो आप हमारे इस आर्टिकल को पढ़े 6 से 12 महीने के बच्चों के दिमागी विकास के लिए टॉप 13 एक्टिविटीज, इससे आपका बच्चा रहेगा मोबाइल से कोसो दूर