घर आने के बाद हर बच्चा अपने माता-पिता से सुनना चाहता है ये बातें

विशेषज्ञों का मानना है कि बच्चों से घर लौटने पर सकारात्मक संवाद करना, उनकी भावनाओं को समझना और सहानुभूति दिखाना उनके आत्मविश्वास और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ाता है। सक्रिय श्रोता बनकर उनकी उपलब्धियों और चिंताओं को साझा करें।