विशेषज्ञों की राय के अनुसार, गर्भावस्था के नौवें महीने में बाईं करवट सोना सबसे सुरक्षित माना जाता है। इससे शिशु तक ऑक्सीजन और पोषण सही तरीके से पहुंचता है।
नौवें महीने में पीठ के बल सोने से गर्भाशय का भार आपकी रीढ़ और प्रमुख रक्त वाहिकाओं पर दबाव डाल सकता है, जिससे शिशु को नुकसान हो सकता है।
तकिए का सही इस्तेमाल करें। पेट और पैरों के बीच तकिया रखकर सोने से अधिक आराम मिलेगा और पीठ दर्द से राहत मिलेगी।
तकिए का सही इस्तेमाल करें। पेट और पैरों के बीच तकिया रखकर सोने से अधिक आराम मिलेगा और पीठ दर्द से राहत मिलेगी।
सोने से पहले हल्का भोजन करना चाहिए ताकि गैस और अपच जैसी समस्याओं से बचा जा सके, जिससे आपकी नींद पर असर पड़ सकता है।
हालांकि बाईं करवट को प्राथमिकता दी जाती है, लेकिन दाईं करवट भी सुरक्षित है। रातभर पोजीशन बदलते रहना सही रहता है।