दिन में सोने से बच्चों की ग्रोथ प्रभावित नहीं होती, बल्कि पर्याप्त नींद उनके विकास के लिए जरूरी होती है।
नींद की कमी से बच्चे की याददाश्त और सीखने की क्षमता प्रभावित हो सकती है।
दिन में न सोने से बच्चा जल्दी थक जाता है और चिड़चिड़ा महसूस करता है।
सही नींद न मिलने से बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता पर असर पड़ सकता है।
नींद पूरी न होने से बच्चा पढ़ाई और खेलकूद में ठीक से ध्यान नहीं लगा पाता।
सही समय पर और सीमित समय तक दिन में सोने से रात की नींद पर कोई बुरा असर नहीं पड़ता।