अपने से बड़ों, महिलाओं और सभी लोगों का सम्मान करना सिखाएं। यह एक अच्छा इंसान बनने की बुनियाद है।
उसे खुद के फैसले लेने और उनके परिणामों की ज़िम्मेदारी उठाने की आदत डालें।
बेटे को सिखाएं कि अपनी भावनाओं को दबाना नहीं चाहिए, बल्कि उन्हें सही तरीके से व्यक्त करना चाहिए।
घर के छोटे-छोटे कामों में हाथ बंटाना सिखाएं ताकि वह ज़िम्मेदार बने और सहयोग की भावना विकसित हो।
उसे बचपन से ही यह सिखाएं कि महिलाएं किसी भी मामले में पुरुषों से कम नहीं हैं और उन्हें समान सम्मान मिलना चाहिए।
उसे नैतिकता और ईमानदारी के महत्व को समझाएं, ताकि वह हर परिस्थिति में सही फैसला ले सके।