पज़ल्स, शतरंज, लूडो, और पहेलियाँ जैसे खेल बच्चों की सोचने-समझने की क्षमता को बढ़ाते हैं और उनकी मानसिक विकास में सहायक होते हैं।
खेल-कूद से बच्चों का शारीरिक स्वास्थ्य बेहतर होता है और मस्तिष्क में ऑक्सीजन का प्रवाह बढ़ता है, जिससे उनकी दिमागी क्षमता में वृद्धि होती है।
बच्चों के मस्तिष्क विकास के लिए विटामिन-E, डीएचए, और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे बादाम, अखरोट, पालक, ब्रोकली, मछली, और दूध का सेवन आवश्यक है।
बच्चों को विभिन्न विषयों पर किताबें पढ़ने के लिए प्रेरित करें, जिससे उनकी ज्ञानवर्धन और सोचने की क्षमता में वृद्धि होगी।
बच्चों की जिज्ञासा को बढ़ावा दें और उनके सवालों के उत्तर दें, जिससे उनकी सीखने की रुचि और समझ बढ़ेगी।
बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए रोजाना 11 से 13 घंटे की नींद आवश्यक है, जिससे उनकी स्मरण शक्ति और एकाग्रता में सुधार होता है।